निर्वाचन आचार संहिता उलंघन के आरोप में योगेश भट्टराई और बिना मगर से स्पष्टीकरण मांग
काठमांडू, २ नवम्बर । निर्वाचन आयोग ने प्रतिनिसभा सदस्य पद के दो उम्मीदवारों के साथ निर्वाचन आचार संहिता उलंघन के आरोप में स्पष्टीकरण मांग किया है । आयोग ने नेकपा एमाले की ओर से ताप्लेजुङ जिला से प्रतिनिधिसभा सदस्य पद के लिए उम्मीदवारी देनेवाले योगेश भट्टराई और नेकपा माओवादी की ओर से कञ्चनपुर जिला निर्वाचन क्षेत्र नं. १ से उम्मीदवारी देनेवाली बिना मगर के साथ स्पष्टीकरण मांग किया है ।
आरोप है कि उन लोगों ने निर्धारित मापदण्ड के अधिक व्यक्ति को लेकर चुनाव प्रचार–प्रसार किया है । आचार संहिता अनुसार २५ से अधिक व्यक्ति साथ में लेकर चुनावी कार्यक्रम (डोर–टू–डोर) करना आचार संहिता के विपरित है, उन लोगों ने यही किया है । एमाले सचिव भी रहे भट्टराई ने चुनावी प्रचार–प्रसार के दौरान सिरजंघा गांवपालिका–३ सिकैचौमा में आयोजित कार्यक्रम का फोटो अपने फेसबुक मार्फत सार्वजनिक किया था, वही फोटो के आधार में भट्टराई के विरुद्ध आयोग में शिकायत हुई थी ।
इसीतरह एकीकृत नेकपा माओवादी की ओर से उम्मीदवार रही मगर ने भी अपने निर्वाचन क्षेत्र बेलौरी नगरपालिका में आयोजित कार्यक्रम का फोटो सार्वजनिक किया था, यहां भी २५ से अधिक व्यक्ति सहभागी दिखाई देता है । आयोग ने भट्टराई और मगर दोनों को प्रश्न किया है– ‘आप लोगों से निर्वाचन आचार संहिता प्रतिकूल काम नहीं हुआ है, इसका आधार क्या है ?’ उन लोगों को २४ घंटों के भीतर लिखित जवाब देने के लिए आयोग ने कहा है ।