नेपाल में भारतीय कला पर््रदर्शन
कला/साहित्य
नेपाल में भारतीय कला पर््रदर्शन
नेपाल में भारतीय राजदूत महामहिम रञ्जित रे द्वारा २८ अप्रिल के रोज पाटन दरबार स्कवायर मंे भारतीय कला पर््रदर्शनी का समुद्घाटन सम्पन्न हुवा । भारतीय दूतावास काठमांडू एवं बि.पी. कोइराला भारत नेपाल फाउन्डेशन के आयोजन में भारत के ६ प्रसिद्ध कलाकारों के चित्र पर््रदशित हुए । वे प्रसिद्ध चित्रकार हैं, लक्ष्मण ऐले, सुदीप राय, नागेश गौड, असित कुमार पटनायक, आनन्द पाञ्चाल और मेघना अग्रवाल ।
उद्घाटन के अवसर पर राजदूत रे ने कहा, बहुत दिनों से मेरी इच्छा थी कि भारतीय और नेपाली कला का आपस में आदान प्रदान और समझदारी के कार्यक्रम हों, भारत से आए ६ कलाकारों को मैं धन्यवाद देता हूं जिनके आने से यह कला पर््रदर्शनी सम्भव हर्ुइ है । बि.पी. कोइराला नेपाल भारत फाउन्डेशन के सचिव अभय कुमार ने भी अपने भाषण मे उन कलाकारों का धन्यवाद करते हुए कहा यह फाउन्डेशन हमेशा से चाहता है कि नेपाल और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान प्रदान हो । उसी का यह एक उदाहरणीय प्रयास है । उस समारोह में कलाप्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति थी ।
नारी सशक्ति करण पर पोयमाण्डू
काठमान्डू, चैत्र २८ गते पोयमान्डू को निरन्तरता देते हुए इसका चौदहवाँ कार्यक्रम नेपाल भारत पुस्तकालय में आयोजित किया गया । इसबार का कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण पर आधारित था ।
नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के सूचना एवं संस्कृति विभाग प्रमुख अभय कुमार ने अपने विचार रखने के क्रम में, महिला के बिना संस्ाार की कल्पना भी नहीं करने की बात कही । भारतीय दूतावास, वीपी कोइराला फाउन्डेसन और सञ्चार माध्यम में कार्यरत महिला की सहभागिता में आयोजित पोयमाण्डुू के १४ वें संस्करण में उन्होंने महिला को जीवन शक्ति बताते हुए समाज में व्याप्त विभेद को कविता के माध्यम से उजागर करने की कवयित्रियों के प्रयास कीे सराहना की ।
नेपाल भारत पुस्तकालय भवन में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में देश के जाने माने और नयी पीढी की १३ महिला कवयित्रियों ने अपनी-अपनी रचना सुनायी । कार्यक्रम में डाक्टर बेंजु शर्मा, उषा शेरचन, शकुन्तला जोशी, प्रभा भट्टर्राई, हरिमाया भेटवाल, प्रतिमा विवश र्राई, अनुपम रोशी, समिता श्रेष्ठ, मनीषा गौचन, उषा हमाल, सबिता विमली, एक्याटि्रना कुमार, कञ्चना झा, मोमिला जोशी, बुनु लामिछाने और मञ्जु काचुली ने कविता पाठ किया ।
इनिसिएटिभ अफ मीडिया विमेन नाम दिया गया इस विशेष कार्यक्रम में महिला विरुद्ध की विभेद, हिंसा , यातना और समाज में व्याप्त कुरीति पर कवयित्रियों ने नेपाली, हिन्दी और रसियन भाषा में कविता पाठ किया ।
प्रो. राजीव सक्सेना द्वारा काठमाण्डू
और त्रिविवि को सम्बोधन
प्रो. राजीव सक्सेना, दिल्ली स्थित दक्षिण एशिया विश्वविद्यालय-एस.ए.यु) के एक्टिङ्ग प्रेसिडेन्ट ने २३ से २५ अप्रिल तक काठमांडू का भ्रमण किया । इस भ्रमण का आयोजन काडमांडू स्थित भारतीय दूतावास और बि.पी. कोइराला भारत नेपाल फाउन्डेशन द्वारा किया गया था । कार्यक्रम के सहआयोजक में -सिएमडिएन) है जिस का पर्ूण्ा अर्थ होता है ९ऋभलतभच ायच ःयभिअगबिच म्थलamष्अक ल्भउब० ि।
अपने भ्रमण के क्रम में प्रो. सक्सेना ने विश्व डिएनए दिवस के अवसर पर धुलिखेल स्थित काठमांडू विश्वविद्यालय और कर्ीर्तिपुर स्थित त्रिभुवन विश्वविद्यालय में सारगर्भित प्रवचन दिए । उनके भाषण का मुख्य विषय था । ‘सूक्ष्मतम कणों की बाइलोजिकल सिस्टम में अन्तरक्रिया’ ।
नेपाल भारत पुस्तकालय में सञ्चालित ‘भ्वाइसेज’ के १२ वें संस्करण में वक्ता के रूप में भी प्रो. सक्सेना को आमन्त्रित किया गया था । जहाँ उन्होने लगभग १ घण्टे का सारयुक्त वैज्ञानिक प्रवचन दिया । और यह भी बताया कि नेपाली विद्याथर्ी, शिक्षाप्रेमी, शिक्षाविद् और विश्वविद्यालय के कर्मचारी भी कैसे इस मामले में सहभागी हो सकते है । इसी क्रम में नेपाल से छात्रवृत्ति अर्न्तर्गत जाने वाले विद्यार्थी और विद्वान एसएयु में कैसे अपना शैक्षिक भ्रमण अत्यन्त उपयोगी बना कर र्सार्थक कर सकते । डा. समीर मणि दीक्षित, जो सिएमडिएन के निर्देशक हैं, ने इस कार्यक्रम का सञ्चालन किया था । भारतीय दूतावास के सूचना और संस्कृति प्रमुख अभय कुमार ने भी अपने सम्बोधन में नेपाली विद्यार्थीयों को एसएयु से सम्बन्धित हो कर लाभान्वित होने के लिए प्रोत्साहित किया ।