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योग्य महिलाएं आगे आएं

एक मारवाडÞी परिवार की बहू होते हुए भी तारा गांव रिजेन्सी -हयात) में सीएफओं के महत्वपर्ूण्ा पद पर विगत कुछ वर्षों से कार्यरत हैं- रानी बंग । समान्यतया



रानी बंग
रानी बंग

मारवाडÞी समाज की बहू घर के अन्दर ही सीमित रहते हुए अपने कार्य सम्पन्न करती हैं । लेकिन कलकत्ते से चार्टड एकाउन्टेण्ड पास करने वाली रानी बंग ने दबंग होते हुए इस परम्परा को नकार दिया और महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित भी किया । हिमालिनी की ओर से कविता दास द्वारा की गई बातचीत का सारांश प्रस्तुत है-
० आप कलकत्ता से वीरगंज होते हुए काठमाडूं तक पहुँच गई हैं, मारवाडÞी परिवार की होने पर भी एक हाईप्रोफाइल पद में हयात में कार्यरत हैं । यहाँ तक का आप का सफर कैसा रहा –
-मैं कलकत्ता में जन्मी, पली, बढÞी हूँ । वही से शिक्षा प्राप्त की । मेरी शादी वीरगंज के एक व्यावसायिक परिवार में हर्ुइ । शादी के बाद कुछ सालों के लिए मुझे अपने पेशे से विराम लेना पडÞा । उसके बाद मैं अपने परिवार के साथ काठमांडू आ गई । यहाँ आकर मोरङ अटो वर्क्स यामाहा से पुनः अपने कैरियर की शुरुआत की । इसके बाद मंैने कभी पीछे मुडÞ कर नहीं देखा और आज पिछले दो सालों से तारागांव रिजेन्सी -हृयात) में सीएफओ -चीफ फाइनान्स अफिसर) के पद पर कार्यरत हूँ । यह सफर बहुत चुनौतीपर्ूण्ा था और आत्मविश्वास बनाए रखने की जरूरत थी । मैंने अपने आप पर भरोसा रखा और हमेशा मैंने अपनी ओर से अधिकतम अच्छा करने का प्रयास किया । और इसी मेहनत और्रर् इमानदारी की बदौलत मैं आज इस मुकाम पर पहुँची हूँ ।
० सीएफओ के रुप में आप काम कर रही हैं, इस काम के दौरान आप के खट्टे-मीठे अनुभव के बारे में कुछ बता सकती हैं –
-सीएफओ का पद एक बहुत ही जिम्मेवारी और चुनौती भरा है । शुरुआत के कुछ महीने काफी चुनौतीपर्ूण्ा थे क्योंकि एक महिला अधिकारी को इस पद पर स्वीकार करना इस पुरुषप्रधान समाज के लिए बहुत ही कठिन था । पर कभी मैंने हिम्मत नहीं हारी । हमेशा मेरे काम को सराहा गया । जिससे मेरी मेहनत और मेरे हौसले मजबूत होते गए ।
० महिला को घर से बाहर काम करते समय घर और कार्यालय दोनों को देखना-सम्हालना पडÞता है । आप इस में कैसे सामंजस्य कर पाती हैं –
-कार्यालय का काम और घर का काम एक साथ सामजस्य करना थोडÞा कठिन जरूर है पर नामुमकिन नहीं है । आप को थोडÞÞा प्रयास और समय का सदुपयोग करने की जरूरत पडÞती है । मैं भी इसी तालमेल से अपनी व्यावसायिक और व्यक्तिगत जीवन का सामंजस्य बैठाती हूँ ।
० होटल व्यवसाय और पर्यटन विभाग दोनों के बीच अन्योन्याश्रति सम्बन्ध है, देश के पर्यटन को विकसित करने के लिए होटल व्यवसायी अपनी ओर से क्या कुछ करते हैं –
– यह बात विल्कुल सही है कि पर्यटन और होटल व्यवसाय में प्रत्यक्ष सम्बन्ध है । पर्यटन व्यवसाय को आगे बढÞाने के लिए होटल हर सम्भव प्रयास करता है, जैसे कि पर्यटक की हर सुख-सुविधा, सुरक्षा और सुविधाजनक विश्राम का पूरा-पूरा ध्यान रखा जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक हमारे देश का भ्रमण करंे और आनन्द उठाएँ । हम अपने वेभसाइट पर नेपाल की सभी भ्रमण योग्य जगहों की जानकारी उपलब्ध कराते रहते हैं । हमारे होटल ने साल २०१३ में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा का आय-आर्जन किया था ।
० नेपाल में सितारा होटलों की संख्या दिनों-दिन बढÞती जा रही है, इस के प्रमुख कारण क्या-क्या हो सकते हैं –
-किसी भी देश में पाँच सितारा होटल की संख्या में बढÞोत्तरी का कारण उसके पर्यटन व्यवसाय के विकास को दर्शाता है । नेपाल की भौगोलिक स्थिति और राजनीतिक स्थिरता के कारण पिछले दो-तीन सालो में पर्यटन व्यवसाय ने तीव्रता की डÞोर थामी है । यही कारण है कि इस व्यवसाय का भविष्य उन्नति की ओर उन्मुख है और नये-नये पाँच सितारे होटल बन रहे हैं ।
० देश के बडÞे होटल क्यार् इमानदारी के साथ सरकारी टैक्स अदा करते हैं –
-इस में कोई दो राय नहीं है । हम अपना कर पूरर्ीर् इमानदारी से सरकार को अदा करते हैं ।
० पढÞी लिखी महिलाओं को आप अपने अनुभव के आधार पर क्या सन्देश देना चाहती हैं –
– मैं सभी पढÞी-लिखी महिलाओं को यही कहना चाहंूगी कि उन्हें अपनी शिक्षा को र्व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए और अपनी खूबी के हिसाब से अपने क्षेत्र में आगे बढÞने का पूरा प्रयास करना चाहिए ।
० आपका कोई यादगार पल –
मेरे जीवन में काफी ऐसे मोमेंट आये हंै जिन्हें मैं याद करती हँू तो बहुत खुशी होती है । ऐसा ही एक यादगार क्षण इसी साल का है । मेरे सर की पुत्री की शादी इसी साल फेब्रुअरी में काठमांडू में आयोजित की गयी । इस समारोह में देश-विदेश से काफी जाने माने हस्तियों ने शिरकत की । उन्ही में से मुझे मिलने का सौभाग्य मिला लक्ष्मी नारायण मित्तल से, जो एक बहुत बडÞे उद्योगपति हैं । उनसे मिलकर और कुछ पल उनके साथ रह कर मुझे उन्हें जानने का सुअवसर मिला । यह मेरे लिए एक यादगार पल था ।



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