नेपालगन्ज में साहित्यकार,गीतकार तथा पत्रकार सम्मान्नित
नेपालगन्ज,(बाँके) पवन जायसवाल १४ गते ।
बाँके जिला के नेपालगन्ज में आयोजित साहित्यकार तथा गीतकार प्रेमप्रकाश मल्ल को १५ हजार नगद सहित पुरस्कृत प्रदान किया गया है।
साहित्यिक कार्यक्रम के वीच लेखनाथ ज्ञवाली स्मृति प्रतिष्ठान रुपन्देही ने नेपालगन्ज में आयोजन किया गया चौथा स्मृति समारोह में प्रमुख अतिथि प्रेस काउन्सील नेपाल के निवर्तमान अध्यक्ष तथा साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार नारायण प्रसाद शर्मा ने नगद १५ हजार सहित मल्ल को पुरस्कृत किया ।
उसी अवसर पर नेपालगन्ज से प्रकासित जनमत सम्पादक के सम्पादक पूर्णलाल चुके को भी इस वर्ष के श्रष्टा तथा पत्रकार सम्मान प्रदान किया गया ।
प्रतिष्ठान ने पहली बार नेपालगन्ज में आयोजित किया गया कार्यक्रम में स्वः ज्ञवाली के बारे में डा. शिव पौडेलद्वारा लिखा हुआ स्मृति ग्रन्थ और ज्ञवाली के जेष्ठ सुपुत्री रम्भा पौडेलद्वारा लिखित कलम निवन्ध संग्रह का भी विमोचन प्रमुख अतिथि ने किया ।
वि.सं. २०३३ साल से वि.सं.२०४६ साल तक नेपालगन्ज में बैठकर सशक्त पत्रकारिता किये स्व. ज्ञवाली मातृभूमि साप्ताहिक के प्रतिनिधि थे ।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्व. ज्ञवाली की योगदान, व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में चर्चा किया और पुरस्कृत मल्ल और सम्मानित हुयें चुके के साहित्यक और पत्रकारिता क्षेत्र में पहुचाया योगदान के बारे में चर्चा करते हुयें प्रतिष्ठान ने एकदम सही व्यक्तित्व छनौट करने के लिये सराहना किया था ।
उस अवसर में प्रमुख अतिथि प्रेस काउन्सील नेपाल के निवर्तमान अध्यक्ष शर्मा ने स्व. ज्ञवाली को अमरत्व प्रदान करने की काम प्रतिष्ठान ने किया चर्चा करते हुयें लेखनाथ के अन्दर का मूल तत्व प्रगतिवादी चिन्तन का था और और यही चिन्तन ने उन को साहित्य और पत्रकारिता में प्रसिद्ध बनाया उल्लेख किया ।
उन्होंने प्रगतिवादी चिन्तन सृष्टि के आरम्भ से ही शुरु हुआ , इस चिन्तन को प्रतिष्ठान को छोड्ना नही चाहए बताया । प्राकृतिक हिसाब से विश्व के समृद्धशाली देश नेपाल मे हम नेपालीयों ने संकीर्ण सोंच के कारण अग्रगामी सोंच विकसित हो नही पाया धारणा वरिष्ठ पत्रकार शर्मा ने रक्खा था ।
कार्यक्रम में गजलकार खगेन्द्र गिरि कोपिला ने सम्मानित व्यक्तित्वयों की जीवनी और योगदान के बारे में चर्चा किया था ।
प्रतिष्ठान के अध्यक्ष लक्ष्मण ज्ञवाली की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम में नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान के पूर्वसदस्य सचिव तथा कथाकार सनत रेग्मी, डा. शिव पौडेल, समालोचक प्राध्यापक डा. गोपाल अधिकारी, प्राध्यापक तथा साहित्यकार ऋषि भुषाल, लुम्विनी वाङमय प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हिमलाल ज्ञवाली, म. प. श्रष्टा समाज के अध्यक्ष सिर्जन लम्साल, अवधी साहित्यकारव्दय अवधी साँस्कृतिक विकास परिषद् बाँके अध्यक्ष सच्चिदानन्द चौवे, अवधी साँस्कृतिक प्रतिष्ठान के अध्यक्ष विष्णु लाल कुमाल, भेरीसाहित्य समाज के अध्यक्ष हरि तिमिल्सेना, वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन ज्ञवाली, रुद्र ज्ञवाली, लगायत लोगों ने मन्तव्य व्यक्त किया था ।
इस समारोह में विभिन्न साहित्यकारों ने साहित्यिक रचना समेत भी वाचन किया था ।