ई–सिगरेट पर नेपाल ने लगाया प्रतिबन्ध
काठमांडू, वैशाख २६ – जनस्वास्थ्य में गंभीर असर देखने के बाद सरकार ने ई–सिगरेट में प्रतिबन्ध लगा दिया है । नेपाल के बजारों में खुलेआम रुप से आयात, बिक्री और प्रयोग किया जा रहा है । इस अवस्था में सरकार ने इसमें प्रतिबन्ध लगा दिया है ।
स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालय स्वास्थ्य शिक्षा तथा सूचना केन्द्र ने विद्यमान कानूनी व्यवस्था तथा सुर्तीजन्य पदार्थ नियमन तथा नियन्त्रण सम्बन्धी निर्देशिका–२०७१ के अनुसार प्रतिबन्ध लगाने का निर्देशन दिया है । केन्द्र के अनुसार स्वास्थ्य सेवा विभाग के निर्णय अनुसार ई–सिगरेट में प्रतिबन्ध लगाने का निर्देशन दिया है । ई–सिगरेट में प्रतिबन्ध लगाने के लिए वैशाख १६ से इस निर्णय का कार्यान्वयन होने की तथा १७ गते ही इससे संबंधित कार्यालयों में पत्राचार करने के बारे में केन्द्र के प्रवक्ता डॉ. भक्तबहादुर केसी ने जानकारी दी है ।
उनके अनुसार अर्थ मन्त्रालय, उद्योग वाणिज्य तथा आपूर्ति मन्त्रालय, वाणिज्य आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण विभाग, भन्सार विभागों में पत्राचार किया जा चुका है । सुर्तीजन्य पदार्थ नियमन तथा नियन्त्रण निर्देशिका में ई–सिगरेट प्रतिबन्धित है । इसे पालने के लिए सभी जगहों पत्र भेजा गया है ।
डॉ. केसी ने बताया कि निर्देशिका के दफा २८ के आधार में सिगरेट में प्रतिबन्ध लगाया गया है । उन्होंने बताया कि इससे जनस्वास्थ्य पर व्यापक असर पड़ रहा है इस्लिए प्रतिबन्ध लगाया है । उनके अनुसार अब आयातकर्ताओं पर भी कारबाई की जाएगी । तथ्यांक अनुसार गत आर्थिक वर्ष में मात्र नेपाल ३२ लाख ई–सिगरेट आयात हुई है । यानी २१ करोड़ मूल्य बराबर का व्यापार किया गया है ।
विभाग के अनुसार चालु आर्थिक वर्ष के आठ महीना में १ लाख २८ हजार ६ सौ ६५ थान ई–सिगरेट आयात किया गया है । ई–सिगरेट गैर धूम्रपान के रूप में प्रचार करके नेपाली बजार में व्यापक रूप में खपत की जा रही है ।
चिकित्सक के अनुसार ई–सिगरेट के प्रयोग से बहुत तरह की बिमारियां होती है । जनस्वास्थ्य में गंभीर असर पड़ रहा है जिसके कारण विभिन्न ४६ देशों ने ई–सिगरेट पर प्रतिबन्ध लगा चुकी है । प्रतिवन्ध लगाने में नेपाल ४७ वां देश बन गया है ।
