लुम्बिनी में ‘संस्कृति नगरी’ का आयोजन
४ नवम्बर, २०१४ लुम्बिनी । भारतीय दूतावास और बीपी कोइराला भारत-नेपाल फाउंडेशन ने लुम्बिनी बागंमय प्रतिष्ठान के साथ मिलकर मंगलवार को लुम्बिनी के महाबौध सोसायटी में संस्कृति नगरी के तीसरे संस्करण का आयोजन किया ।
भारतीय दूतावास और बीपी कोइराला भारत-नेपाल फाउंडेशन ने काठमांडू के बाहर विभिन्न जिला के स्थानीय संगठनों के साथ साझेदारी करके नेपाली कला, साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए तथा भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देने हेतु अपनी पहल से “संस्कृति नगरी.” कार्यक्रम आयोजित किया है ।
संस्कृति नगरी के इस संस्करण में प्रख्यात फिल्म निर्माता, पटकथा लेखक और भारत के आलोचक श्याम बेनेगल मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिये हैं । निर्देशक श्याम बेनेगल भारतीय दूतावास और बीपी कोइराला भारत-नेपाल फाउंडेशन की पहल से लुम्बिनी में निर्माण किये जा रहे प्रकाश और ध्वनि परियोजना के प्रभारी भी हैं ।
इस अवसर पर बेनेगल ने कहा कि लुम्बिनी पूरी दुनिया में एक गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है । उन्होने कहा कि यह मेरा सम्मान है कि भगवान बुद्ध की इस पवित्र जन्मस्थान के लिए मै काम कर रहा हूँ । मैं औरअपनी पूरी टीम के साथ इस परियोजना को पूरा करने के लिए सभी व्यवहार्यता का निरीक्षण करके जितनी जल्दी हो सके इस काम को पुरा करुँगा।
कार्यक्रम नेपाल के प्रख्यात विद्वान और नेपाल अकादमी के पूर्व सदस्य बूंद राणा की अध्यक्षता में किया गया था ।
नेपाल के २८ होनहार और प्रमुख कवियों ने इस अवसर पर नेपाली, हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, अवधी, मैथिली और नेवाड़ी भाषाओं में अपनी अपनी कविताएं सुनाई ।
भारतीय दूतावास प्रेस, सूचना और संस्कृति के प्रमुख तथा बीपी कोइराला भारत-नेपाल फाउंडेशन के सचिव अभय कुमार ने निर्देशक श्याम बेनेगल, शिक्षाविद् बूंद राणा तथा लुम्बिनी बागंमय प्रतिष्ठान के सदस्यों के प्रति संस्कृति नगरी के तीसरे संस्करण को सफल बनाने के लिए आभार प्रगट किया ।