तमलोपा के कार्यकर्ता और प्रहरी बीच झड़प
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जनकपुरधामः आश्विन ३ गते, २०८१ । संविधान दिवस का बिरोध करते हुए आज जनकपुर में तमलोपा के कार्यकर्ताओं ने इसे काला दिन के रुप में मनाया । तराई-मधेश लोकतान्त्रिक पार्टी के कार्यकर्ता और प्रहरी बीच इसी क्रम में जनकपुर के जनकचौक पर झडप भी हुई । तमलोपा के कार्यकर्ताओं ने वहाँ प्रतिगमन का पुतला जलाने का प्रयास किया था लेकिन प्रहरी ने जबर्दस्ती उसे छिन लिया । तमलोपा के कार्यकर्ता बहुत देर इस छिनाझपटी में संघर्ष करते रहे । इस संघर्ष में बिमला साह, बिन्दु ठाकुर और ब्रजकिशोर सिंह चोटिल हो गये थे । तमलोपा के नेता बिन्दु ठाकुर ने बयाया कि वे संविधान जारी करते वक्त मधेश आन्दोलनकारीयों पर क्रूर दमन के बिरोध में काला दिन मनाते हैं और प्रतिगमन के विरुद्ध यह लड़ाई जारी रहेगी । आज सबरे तमलोपा के नेता इश्वर पण्डित के संयोजन में स्थानीय भानुचोक में तमलोपा के कार्यकर्ताओं ने काला झण्डा गाड़ कर संविधान और मधेश आन्दोलनको क्रम में की गई दमन का बिरोध किया ।
“आज ही के दिन मधेश आन्दोलनकारीयों के खून और शहीदों के शहादत पर रौंदते हुए दमनचक्र चलाते हुए प्रतिगमनकारीयों ने संविधान की घोषणा की थी । इसिलिए आज का दिन मधेश और थरुहट के लिए काला है, रहेगा ।“ तमलोपा के नेता बिभा ठाकुर ने कहा ।
कार्यक्रम में तमलोपा के का नेता असगर अली, जोगी राय, रामजी राय, भोला झा, बिन्दु ठाकुर, बिमला साह, ब्रजकिशोर सिंह, सुभाष कर्ण, रमेश अधिकारी, भगिरथ लाल, जयनाथ नायक, नबीन सिंह, आदि के साथ दर्जनौं कार्यकर्ताओं की सहभागिता थी ।