न्यूयॉर्क में मिले प्रधानमंत्री ओली भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से
काठमांडू, असोज ७ – प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के बीच बहुप्रतीक्षित मुलाकात नई दिल्ली या काठमांडू में नहीं होकर न्यूयॉर्क के एक होटल में हुई । यह मुलाकात लगभग ३० मिनेट तक चली ।
प्रधानमंत्री ओली ने नरेंद्र मोदी से रविवार को न्यूयॉर्क के एक होटल में द्विपक्षीय मुलाकात की । यह मुलाकात संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर दोनों नेताओं ने सदियों पुरानी, बहुआयामी और विस्तारित भारत–नेपाल साझेदारी को मजबूत करने के लिए आपसी हितों के मामलों पर चर्चा की । केपी शर्मा ओली ने मुलाकात के बाद कहा कि यह बहुत ही अच्छी मुलाकात थी ।
केपी शर्मा ओली ने इसी वर्ष जुलाई में नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है । प्रधानमंत्री बनने के बाद ओली की भारतीय प्रधानमंत्री से यह पहली मुलाकात है । प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद ओली को बधाई दी थी । उन्होंने दोनों देशों की दोस्ती को और मजबूत करने और दोनों देशों के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का विस्तार करने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद जताई थी ।
इसी तरह पीएम मोदी ने भी इस मुलाकत को लेकर कहा कि यह मुलाकात बहुत अच्छी रही । मोदी ने ओली के साथ बैठक को बहुत अच्छा बताया । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, ’न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री केपी ओली के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई । भारत–नेपाल मित्रता बहुत मजबूत है और हम अपने संबंधों को और भी गति देने के लिए तत्पर हैं। हमारी बातचीत ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और व्यापार जैसे मुद्दों पर केंद्रित थी।’
प्रधानमंत्री ओली ने एक्स पर लिखा, ’यूएनजीए से अलग भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के साथ एक उपयोगी बैठक हुई। बैठक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न मामलों पर चर्चा हुई।’ दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय पर हुई है, जब सीमा को लेकर नेपाल की हालिया कार्रवाइयों ने तनाव पैदा किया है। नेपाल ने इसी साल मई में १०० रुपये के नए नोट छापने की घोषणा की थी। इस पर नेपाल का नया नक्शा अंकित होगा, जिसमें भारतीय क्षेत्र लिपुलेख, लिम्पियाधुरा और कालापानी को दिखाया गया है।
ओली को नेपाल में भारत और पश्चिम विरोधी रुख के लिए जाना जाता है। वहीं, चीन के लिए ओली का झुकाव भी साफ है। इससे पूर्व के तीन कार्यकाल के दौरान ओली ने चीन के साथ संबंधों को सुधारने की वकालत की है।
बैठक में दोनों देश के प्रधानमंत्री के अलावे मुख्य सलाहकार रिमाल, परराष्ट्रमंत्री आरजु राणा देउवा, एस जयशंकर भी शामिल थे । प्रधानमन्त्री ने विभिन्न देश के प्रमुख और स्वयं राष्ट्रसंघ महासचिव एन्टोनियो गुटेरेस से भी मिले । लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से की गई मुलाकात को स्वाभाविक रुप में सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया ।