नेपाल को भी मोरिसस की तरह नमूना देश बनाया जा सकता है : राजदूत गोवर्धन
विजेता चौधरी, काठमाण्डू, भाद्र १४ | अफ्रिकी देश मोरिसस के लिए भारतीय राजदूत जगदिश्वर गोवर्धन ने आज एक कार्यक्रम के बीच बोलते हुए कहा कि जब समुद्र से घिरा हुआ छोटा सा देश मोरिसस विश्व में नमूना देश के रूप में जाना जा सकता है तो निःशदेह नेपाल को भी नमूना देश बनाया जा सकता है ।
उन्होंने कहा कि अफ्रिकी १५ देशों में आज मोरिसस विकास के सवाल में १ नम्बर पर है । मोरिसस में एक ही व्यक्ति ६ बार तक प्रधानमन्त्री बने हैं, ऐसा मिशाल पेश करते हुए कहा नेपाल के सन्दर्भ में भी जो इमानदार देश भक्त हैं वही देश का लीडर एवम् सरकार का नेता बने तो देश ऐसे ही विकास करेगी ।
होटेल सोल्टी के मेघमल्हार भवन में आयोजित नेपाल भारत मैत्री समाज एवम् जनरल अर्गनाइजेशन आफ पिपल अफ इन्डियन आरिजन के संयुक्त तत्वधान में आयोजीत कार्यक्रम में बोलते हुए राजदूत गोवर्धन ने कहा नेपाल के साथ हमारा खून का संवन्ध रहा है । नेपाल हमेशा से स्वतन्त्र देश रहा है, इसे सवारें कहते हुए उन्होंने कहा कि मैं एक सेवक हूँ, आपलोग मोरिसस को बेस बनाकर ट्रान्जिट एवम् अन्य धन्दा कर सकते हैं । और इन कार्य के लिए मेरी आवश्यकता हो तो मुझे याद करें ।
राजदूत गोवर्धन ने स्वास्थय, कृषि, और शिक्षा में मोरिसस के विकास पर एक नजर डालते हुए कहा कि नेपाल एक प्रकृतिप्रदत्त देश हैं, इन सभी आधारभूत चिजों में सहुलीयत देकर नेपाल सरकार अपने देश को विकसीत देश बना सकता है ।
कार्यक्रम में पूर्व राजदूत प्रा. लोकराज बराल ने आइल्यान्ड तो आइल्यान्ड है कहते हुए मोरिसस का अपना पूर्व अनुभव श्रोताओं को सुनाया ।
कार्यक्रम में बोलते हुए स्पेन के लिए जेनरल सेक्रेटरी रह चूकि अम्बिका श्रेष्ठ ने कहा मोरिसस के राजदूत रहें गोवर्धन द्वारा किए गएँ विकास का कार्य तथा नीति को नेपाल के विकास के लिए अपनाना लाजमी होगा ।
कार्यक्रम में नेपाल भारत मैत्री समाज के अध्यक्ष प्रेम लश्करी ने स्वागत मन्तव्य व्यक्त करते हुए राजदूत जगदिश्वर गोवर्धन द्वारा किए गएँ विकास के विभिन्न कार्य के उपर प्रकाश डाला । मोरिसस के भारतीय जनता, वहाँ के हिन्दूत्व लगायत संस्कृति व सभ्यता के विषय में बताया ।
नेपाल भारत मैत्री समज द्वारा आयोजित स्वागत कार्यक्रम में डा. गौरीशंकरलाल दास लगायत के वक्ताओं ने अपना विचार प्रस्तुत किएँ ।