Sun. Oct 6th, 2024

महामहिम रंजीत जी एक कुशल कूटनीतिज्ञ हैं : ओम प्रकाश सरावगी

Om Prakash Sarawagi
काठमांडू,23 फरवरी । भारतीय राजदूत महामहिम रंजीत राय जी एक कुशल कूटनीतिज्ञ हैं । नेपाल आने से पूर्व वे भारत के विदेश मन्त्रालय में नेपाल डेस्क–प्रमुख में सेवारत थे । इसलिए उन्हें यहाँ की संस्कृति, रहन–सहन, भाषा के साथ–साथ सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक आदि परिस्थितियों का नजदीक से अवलोकन करने का अवसर मिला । जिसकी वहज से उन्हें काम करने में ज्यादा आसान हुआ । विगत के दिनों में नेपाल में जो परिस्थितियां उत्पन्न हुईं, उस समय भारत विरोधी ज्यादा बातें हुईं, आलोचनाएं भी हुईं । इस सन्दर्भ में मैं कहना चाहूंगा कि नेपाल–भारत के बीच का जो सदियों का रिश्ता है, चाहे वह धार्मिक हो, सामाजिक हो या जनस्तर का ही क्यों न हो, उनमें कटुता नहीं आई । परंतु राजनीतिक कूटनीति में थोड़ा सा उतार–चढ़ाव हुआ । जिसे महामहिम रंजीत जी ने बहुत ही सुंदर ढंग से टैकल किया । दोनों देशों के संबंधों को सुधारने में उनकी अहम भूमिका रही ।
भारत द्वारा शिक्षा, विकास निर्माण, पेयजल, सौर्य ऊर्जा आदि अन्य छोटी–बड़ी परियोजनाएं नेपाल के हिमाल, पहाड़ व मधेश सभी भागों में संचालित हैं । हां, कहीं कम और कहीं ज्याद हो सकता है । लेकिन सभी भागों में विकास कार्य हो रहा है । मधेश में हुलाकी राजमार्ग का निर्माण भी इन्ही परियोजनाओं के तहत संचालित है । इसी प्रकार भारत सरकार गणतन्त्र दिवस के अवसर पर हिमाल, पहाड़ व मधेश के विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, शैक्षणिक प्रतिष्ठानों एवं अस्पतालों को एम्बुलेंस व स्कूल बसें भी सहयोग के रुप में हस्तान्तरण करती आ रही है । इस प्रकार हम देखते हैं कि भारत सदियों से नेपाल के हर क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में सहयोग करता आ रहा है । खासतौर पर महामहिम रंजीत जी के कार्यकाल में जो भी छोटी–बड़ी परियोजनाएं संचालित हुईं, उन परियोजनाओं को उन्होंने अच्छे ढंग से क्रियान्वित किया ।
रंजीत जी सुशील स्वभाव के हैं । इसी वजह से विगत के दिनों में नेपाल में जो भी परिस्थितियां उत्पन्न हुईं, उन परिस्थितियों को उन्होंने बड़ी स्थिरता से टैकल किया । आवेश में आकर हम बड़े देश के हैं और नेपाल छोटा देश है, उस भावना से नहीं, बल्कि सरलता से समाधान करने में लगे रहे और उसमें वे सफल भी हुये ।
महामिहम जी की कार्यकुशलता, क्षमता एवं विचारधारा के आधार पर मैं कहना चाहूंगा कि नेपाल में उनका कार्यकाल बहुत ही सफल एवं संतोषजनक रहा ।
(ओम प्रकाश सरावगी, नेपाल–भारत मैत्री संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं ।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Loading...
%d bloggers like this: