बिराटनगर में मधेसी मोर्चा और संघिय गठबन्धन का विशाल बिरोध सभा
नेपाली शासकों ने मधेसीयों को तहस नहस करके रख दिया है : महन्थ ठाकुर
सेना परिचालन करके निर्वाचन कराने की कोई मान्यता नही होगी : उपेन्द्र यादव
उत्पीडित और शोसित वर्ग को एकतावद्ध होकर संघर्ष करने की आवश्यक्ता है : कुमार लिड़गदेन
रोशन झा, वैशाख १०, रबिवार, काठमाण्डू । श्रमजीवि वर्ग एवम् उत्पीडित समुदाय एकजुट हो, वर्गीय, जातिय, लिड़्गिय उत्पिडन का अन्तय करें नारे के साथ संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेसी मोर्चा और संघिय गठबन्धन द्वारा आज बिराटनगर में विरोध सभा किया गया । मधेसी मोर्चा /गठबन्धन जिल्ला संयोजक राज कुमार यादव की अध्यक्षता मे आयोजीत बिरोध सभा मे प्रमुख अतिथी केन्द्रिय संयोजक तथा संघिय समाजवादी फोरम नेपाल के राष्टिय अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, विशिष्ट अतिथी द्वय राष्टिय जनता पार्टी अध्यक्ष महन्थ ठाकुर, संघिय लोकतान्त्रिक राष्टिय मञ्च तथा संघिय लिम्वुबान मञ्च के राष्टिय अध्यक्ष कुमार लिड़गदेन, अतिथीयों मे महासचिव अशोक चेमजोड़ग, ‘राजपा’ महामन्त्री डा. सुरेन्द्र झा, सह-महाहन्त्री दिलिप धाडेवा और स.स.फो नेपाल संसद उषा यादव लगायत अन्य नेता कार्यकर्ता और बहृत मधेसी जनता की सहभागिता रही ।
बिरोध सभा को सम्बोधन करते हुए संघिय समाजवादी फोरम नेपाल के राष्टिय अध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने कहा कि मधेसीयों की माँग सम्बोधन कर संविधान शंसोधन किए बिना स्थानिय तह निर्वाचन सम्भव नही | अगर सरकार सेना परिचालन करके निर्वाचन कराती है तो उसकी कोई मान्यता नही होगी | जिस तरह राजा के शासन में सेना लगाकर बहुदल और निर्दल का चुनाव किया गया लेकिन उसका कोई महत्व नही रहा ।
राष्टिय जनता पार्टी के अध्यक्ष महन्थ ठाकुर ने कहा की मधेस एक राष्ट है ईससे पहले नेपाल जाने के लिए मधेसीयों को भिसा लेना पडता था आज ईन नेपाली शासकों ने मधेसीयों को तहस नहस करके रख दिया है | मधेसीयों को एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा |अधिकार प्राप्ति के लिए हमारा संघर्ष जारी है ।
संघिय लिम्वुबान मञ्च के राष्टिय अध्यक्ष कुमार लिड़देन ने कहा की राज्य के सभी उत्पीडित और शोसित वर्ग को एकतावद्ध होकर संघर्ष करने की आवश्यक्ता है और अपना हक अधिकार सुनिश्चित करके अब राज्य में शोसित उत्पीडित समुदाय की प्रतिनिधित्व होगी ।
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