वर्षों से बन्द बिराटनगर जूट मिल पुनः संचालन की प्रक्रिया में
५ सावन, विराटनगर ।
देश का सबसे पुराना उद्योग विराटनगर जुट मिल पुनः सञ्चालन में लाने की तैयारी हो रही है ।
जुट मिल सन्चालक समिति ने साढे दो वर्ष से बन्द जूट मिल को छोटे आकार में ही सही लेकिन संचालन करने की तैयारी में है ।
पहले चरण में १० टन प्रतिदिन जुट सामग्री उत्पादन क्ने के उद्देश्य के साथ मिल संचालित किया जाएगा ।
मिल पूर्णरुप में संचालित होने की अवस्था में दैनिक ४५ टन जुट सामग्री उत्पादन करने की क्षमता है।
वर्तमान के लिए आन्तरिक स्रोत मार्फत ३ करोड रुपैयाँ परिचालन कर मिल सन्चालन में लाने की तैयारी है ।
आगामी मंसिर महीना के भीतर आंशिक रुप में ही सही मिल संचालन में लाने की जानकारी सन्चालक समिति के अध्यक्ष निलहरी काफ्ले ने जानकारी दी है ।
मंसिर से जुटमिल सन्चालन के लिए आवश्यक ३३ केभिए विद्युत् प्रसारण लाइन जडान की प्रक्रिया आगे बढाइ गइ है ।
मुख्यतया ३३ केभिए विद्युत् प्रसारण लाइन जडान नहीं होने के कारण कारण जुल मिल बन्द हुआ था ।
काफले ने कहा कि ३३ केभिए प्रसारण लाइन जडान करने की अनुमति असार २८ गते प्राधिकरण से किमल चुकी है । अब ३३ केभीए प्रसारण लाइन को ११ केभीए में वितरण करने की प्राविधिक तैयारी में हम लगे हैं उसके बाद मशीन का मेन्टनेन्स का काम शुरु होगा ।
जब पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड प्रधानमंत्री थे तब०७१ साल में दाहाल ने जुटमिल का निरिक्षण किया था और संचालन के लिए आवश्यक ३३ केभिए प्रसारण लाइन जडान करने की बात कही थी ।
उसके बाद मिल सन्चालक समिति ने प्राधिकरण के केन्द्रीय कार्यालय में ३३ केभिए प्रसारण लाइन जडान के लिए आवेदन दिया था ।
मिल में इससे पहले ११ केभिए प्रसारण लाइन मात्र जडान किया गया था।
काफले ने कहा कि इसी महीना से मशीन मरम्मत का काम शुरु किया जाएगा ।