देखिए ऐसे हैं– वीरगंज महानगरपालिका में मेयर पद के दावेदार
वीरगंज, १२ भाद्र ।
आश्वीन २ गते अर्थात् प्रदेश नं. २ के लिए तय स्थानीय चुनाव नजदीक आ रहा है । इसीलिए सभी राजनीतिक दलों का ध्यान इस वक्त प्रदेश नं. २ में है । विशेषतः नेपाली कांग्रेस, नेकपा एमाले, माओवादी केन्द्र, राष्ट्रीय जनता पार्टी, संघीय समाजवादी फोरम नेपाल, फोरम लोकतांत्रिक जैसे राजनीतिक दलों के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण हो रहा है । यिन सभी राजनीतिक दलों का दावा है कि प्रदेश नं. २ में हम ही प्रथम पार्टी बनेंगे । लेकिन जनता के मन में कौसी पार्टी है, यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा । हां, फिलहाल सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में लगे हुए हैं और प्रायः प्रमुख राजनीतिक दलों ने तराई–मधेश के अधिकांश स्थानीय निकायों में अपनी दल की तरफ से उम्मीदवार भी तय कर चुके है । लेकिन २ नं. प्रदेश के लिए प्रमुख राजनीतिक शक्ति कें रुप में परिचित राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) अभी भी उम्मेदवार चयन करने में असमर्थ हो रहे हैं ।
प्रदेश नं. २ के लिए सब से ज्यादा महत्वपूर्ण निकाय है– वीरगंज महानगरपालिका, जो २ नं. प्रदेश के लिए एक मात्र महानगरपलिका है । जहां राजपा बाहेक अन्य प्रमुख दलों की तरफ से उम्मीदवारी घोषणा हो चुकी है । आप भी देखिए वीरगंज महानगरपालिका में मेयर पद के दावेदार कौन–कौन है ?
कांग्रेस के तरफ से अजय कुमार द्विवेदी
वीरगंज महानगरपालिका के लिए नेपाली कांग्रेस ने १३ दावेदारों में से पार्टी जिला (पर्सा) सभापति अजय कुमार द्विवेदी को टिकट दिया है । टिकट पाने के वाद द्विवेदी चुनावी प्रचार–प्रसार में लग चुके हैं । द्विवेदी प्रथम संविधानसभा निर्वाचन में पर्सा क्षेत्र नं. २ से सभासद निर्वाचित हुए थे और वह वीरगंज के पूर्व उपमेयर भी हैं । इसके साथ साथ द्विवेदी को सरल और स्वच्छ नेता के रुप में भी जाने जाते हैं । इसीलिए पर्सा कांग्रेस ने दावा किया है कि द्विवेदी ही वीरगंज महानगरपालिका के मेयर होंगे ।
एमाले से हैं बसरुदिन अन्सारी
बसरुदिन अन्सारी मुस्लिम समुदाय से प्रतिनिधित्व करते हैं । वीरगंज स्थित नेसनल मेडिकल कॉलेज के प्रबन्ध निर्देशक अन्सारी को आर्थिक रुप में सम्पन्न उम्मीदवार के रुप में जाने जाते हैं । अन्सारी नेकपा एमाले में प्रवेश करने से पहले माओवादी केन्द्र में आवद्ध थे । जब एमाले ने चुनाव जितने वाले योग्य उम्मीदवार को तलाश किया, तो अन्सारी को पाया । मृदु भाषी और हासी–मजाक में माहिर अन्सारी व्यावहारिक नेता के रुप में जाने जाते हैं । इसीलए एमाले ने अन्सारी को टिकट देकर चुनावी अतिजा को अपने पक्ष में लाने का प्रयास किया है । बताया जाता है कि अन्सारी को मुस्लिम समुदायों से ज्यादा मत प्राप्त होने वाला है ।
माओवादी केन्द्र से हैं– रहबर अन्सारी
वैसे तो माओवादी केन्द्र ने भी नेकपा एमाले के तरह ही मुस्लिम समुदाय से ही प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने की तैयारी किया है । वह हैं– युवा वर्ग में लोकप्रिय माने जाने वाले रहबर अन्सारी । विदेश में उच्च शिक्षा हासिल कर स्वदेश में निजी अस्पताल सञ्चालन करने वाले रहबर को युवा जमात से ज्यादा वोट मिलने की अपेक्षा है । हां, रहबर का नाम माओवादी ने फाइनल नहीं किया है, लेकिन उनकी संभावना लगभग तय है । क्योंकि माओवादी पर्सा ने रहबर का नाम ही सिफारिस कर पार्टी केन्द्र में भेजा है ।
संघीय समाजवादी फोरम से हैं– विजय कुमार सरावगी
विजय कुमार सरावगी को राजनीतिज्ञ से ज्यादा व्यवसायी के रुप में जाने जाते हैं, वे एक उद्योगपति हैं । लेकिन सरावगी के लिए चुनाव जितने का आधार है– उनकी सामाजिक व्यक्तित्व । हां, सरावगी उद्योपति के साथ–साथ समाजसेवी के रुप में भी जाने जाते हैं । बताया जाता है कि उनकी यही पहचान ही संघीय समाजवादी फोरम नेपाल से टिकट पाने की आधार बनी है । टिकट निश्चित होने के बाद सराबगी चुनावी अभियान में निकल चुके हैं । बताया जाता है कि कांग्रेस–एमाले के उम्मीदवारों के लिए सरावगी चुनौतिपूर्ण बन सकते हैं ।
शक्तिशाली राजपा, क्यों पड़ा पीछे ?
बताया जाता है कि राष्ट्रिय जनता पार्टी (राजपा) नेपाल वीरगंज में शक्तिशाली हैं । मधेश आंदोलन के लिए केन्द्रविन्दु रहे वीरगंज, राजपा के लिए आधार भूमि भी है । इसीलिए राजपा से मेयर पद के लिए दावा करने वालों की संख्या यहां कुछ ज्यादा ही नजर आते हैं । मुख्यतः दो आकांक्षियों की प्रतिस्पर्धा के कारण राजपा ने वीरगंज में उम्मीदवार तय नहीं कर पाया है । वे दो आकांक्षी हैं– राजेशमान सिंह और विमल प्रसाद श्रीवास्तव हैं । सिंह युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं और मधेश आंदोलन में सक्रिय व्यक्तित्व भी हैं । इसीतरह श्रीवास्तव वीरगंज कें पूर्व मेयर हैं और उन को दिग्गज राजनीतिज्ञ के रुप में जाने जाते हैं ।