एमबीबीएस परीक्षा में चिट कराने वाले दाे अाैर हिरासत में
काठमान्डाै ६ नवम्बर
त्रिभुवन विश्वविद्यालय के चिकित्साशास्त्र अध्ययन संस्थान (आइओएम) के एमबिबिएस प्रवेश परीक्षा में चिट कराने वाले दाे अाैर लाेगाें काे पकडा गया है । प्रहरी ने चिकित्सक सुशील मण्डल अाैर कन्सलटेन्सी सञ्चालक अभय मिश्र काे हिरासत में लिया है । मण्डल डिभाइस मार्फत प्रवेश परीक्षा का उत्तर तैयार करता था । आइओएम से ही उसने एमबिबिएस अध्ययन किया है। किसी भी अस्पताल में काम नहीं करने पर भी वह एमबीबीएस की परीक्षा में संलग्न गलत काम किया करता था । यह खबर नया पत्रिका में प्रकाशित है ।
वहीं मिश्र पुतलीसडकस्थित एडुमार्क कन्सलटेन्सी के सञ्चालक हैं । ये प्रवेशपत्र में फोटो परिवर्तन कराया करता था ।
संगठित अपराध मुद्दा
गिरोह के नायक समीरकुमार झा अादि अभियुक्त के विरुद्ध प्रहरी साइबर अपराध मुद्दा में अनुसन्धान करता अाया है । झा सहित शैलेन्द्रकुमार झा, देवेश झा, नवराज निरौला, आशुतोष झा, हिरेन्द्र शर्मा, मुकेश राय, डा. सुशील मण्डल, अभय मिश्र, विशदेव अाेर सौरभकुमारविरुद्ध विद्युतीय कारोबार ऐन के साथ ही संगठित अपराध मुद्दा में भी कारवाही की जा रही है ।
चिट करने वाले छात्र काे प्रहरी पीडित बनाकर छाेडा था । पर, सरकारी वकिल कार्यालय ने उन्हें भी प्रतिवादी बनाया है । सरकारी वकिल कार्यालय के निर्देशन के बाद विद्यार्थी राहुल झा, शिखा झा, महेन्द्र ठाकुर काे प्रहरी हिरासत में रख कर अनुसंधान कर रही है । विद्यार्थी सक्षमराज भण्डारी फरार है ।
चिट के आधार में विद्यार्थी काे हिरासत में रखने पर अभिभावक नाराज हैं । ये सब पाँच लाख रुपैयाँ तक देकर सिमकार्ड से गोप्य डिभाइसमार्फत चिट कर रहे थे । चिट चोरी में संलग्न भारतीय विद्यार्थी फरार हैं। भारतीय विद्यार्थी के साथ यह गिरोह १२ लाख भारु तक की रकम लेते थे । एमबिबिएस पढ्ने में ५० लाख रुपैयाँ तक लगता है इसलिए छात्रवृति में नाम निकाल देने का प्रलाेभन देकर इनसे पैसा लिया जाता था ।