जब बेटियाें ने किया माँ का कन्यादान
१५ सितम्बर

आपने शादियां तो बहुत देखी होंगी। बेटियों की विदाई करते मां-बाप देखे होंगे। पर, यह अलग नजारा है। सब कुछ उलट। हालात ही एेेसे बने कि बेटियों ने अपनी ही मां का कन्यादान करा दिया। आपको लगे भले ही अटपटा, लेकिन मेरठ के जागृति विहार इलाके में हुआ एेसा ही है। जिसने भी सुना चौंक गया।
बेटा न निभा सका साथ
मेरठ के जागृति विहार निवासी एक महिला के पति की मृत्यु करीब 15 वर्ष पहले हो गई थी। महिला ने मेहनत-मजदूरी कर एक बेटे और दो बेटियों को बड़ा किया। बेटियों को धूमधाम से ससुराल विदा किया। बेटा गलत संगत में पड़ गया। मां से हर दिन बुरा बर्ताव करने लगा। सप्ताहभर पहले आवारा बेटे ने अपनी मां को मारपीट कर घर से निकाल दिया। आए दिन मां को अपमानित किए जाने से आहत बेटियों ने मां के कन्यादान का फैसला किया और वर की तलाश शुरू कर दी।
इरादे न टाल सका रिश्तेदारों का विरोध
सहारनपुर निवासी रिश्तेदारी का ही एक व्यक्ति शादी के लिए तैयार हो गया। इस व्यक्ति की पत्नी की मौत हो चुकी थी। दोनों बेटियों ने मां को भी शादी के लिए मना लिया। कई रिश्तेदार मदद के बजाय विरोध पर उतर आए। बेटियों ने हार नहीं मानी और खुद ही कन्यादान करने का फैसला किया। गुरुवार को बेटियों ने मां की विधिवत शादी कराई और ससुराल के लिए विदा कर दिया।
परेशान मां को बेटियों ने दिया जीने का सहारा
विधवा की शादी को लेकर क्षेत्र में कई लोग बेटियों की तारीफ के पुल बांध रहे हैं। पूछे जाने पर बेटियों ने बताया कि भाई के बर्ताव से मां दुखी थीं और हम आहत। ऐसे में समाज की सोच से अधिक मां की खुशी को देखते हुए शादी कराने का निर्णय किया।