किसने किया निर्माला के ऊपर बलात्कार और हत्या ? घटना थप रहस्यमय !
काठमांडू, ३० सितम्बर । कञ्चनपुर निवासी १३ वर्षीया निर्मला पन्त को गत श्रावण १० गते बलात्कार के बाद हत्या की गई । उक्त हत्याकाण्ड में शामील अपराधी को पहचानने में राज्य का प्रशासन अभी तक असफल साबित हो रहा है । स्मरणीय बात तो यह है कि निर्मला पन्त की बलात्कार और हत्या को पुष्टि करनेवाला सम्पूर्ण प्रमाण नष्ट किया गया है, और प्रमाण नष्ट करने में सबसे आगे दिखाई दिया है– कञ्चनपुर के तत्कालीन एसपी डिल्लीराज विष्ट ।
बलात्कार तथा हत्याकाण्ड अनुसंधान के लिए अब एक ही प्रमाण बचा है– निर्मला के योनी से संकलित बलात्कारी का वीर्य । पछिली बार पुलिस ने दिलिपसिंह विष्ट को बलात्कारी करार देकर सार्वजनिक किया था, लेकिन डीएनए रिपोर्ट में विष्ट निर्दोष साबित हो गए । उसके बाद बलात्कारी के रुप में आशंकित पात्र थे– डीएसपी विष्ट, उनके पुत्र किरण और भीमदत्त नगरपालिका के मेयर सुरेन्द्र विष्ट के भतीज आयुष विष्ट । लेकिन तीनों आशंकित पात्र का डीएनए परीक्षण रिपोर्ट आज सार्वजनिक किया गया है, डीएनए रिपोर्ट उन तीनों से नहीं मिलता है, जिनके ऊपर स्थानीयबासियों आशंका किया था । कञ्चनपुरबासी ने शुरु से ही एसपी विष्ट के पुत्र किरण, मेयर के भतीज आयुष के ऊपर छानबीन करने के लिए दबाव दिया था । छानबीत तो हुआ, लेकिन वे लोग निर्दोष साबित हो गए ।
आशंका में रहे तीन व्यक्तियों का डीएनए रिपोर्ट से वे लोग निर्दोष हो गए है, इसके बाद बलात्कार और हत्याकाण्ड और भी रहस्यमय बन गया है । जिनके ऊपर आशंका था, वह निर्दोष साबित होने के बाद अब छानबिन तथा अनुसंधान समिति, पुलिस प्रशासन किसके ऊपर कैसे छानबीन करेगी और पीडितों को न्याय दिलाएगी यह देखना बांकी है । स्मरणीय है– पुलिस द्वारा ही हत्या और बलात्कार संबंधी प्रमाण नष्ट होने के पीछे अनुमान किया जा रहा है कि अपराधी को उच्च राजनीतिक तथा प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त हो रहा है ।