अश्वमेध गायत्री महायज्ञ का बीरगज में शुभारम्भ जनमानस का सागर उमडा
वीरगञ्ज, ३ मार्च ।
वीरगञ्ज में अश्वमेध गायत्री महायज्ञ शुरु हुआ है । ४ दिन तक चलने वाले महायज्ञ का रविवार राष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारी द्वारा उद्घाटन हाेना तय था पर अंतिम समय में राष्ट्रपतिको आगमन स्थगित हाेने के बाद अखिल विश्व गायत्री परिवार के अध्यक्ष डा. प्रणव पाण्ड्या ने द्वीप प्रज्ज्वलन कर महायज्ञ का उद्घाटन किया है ।
वीरगंज स्थित आर्दशनगर में हाे रहे महायज्ञ के मूल आयोजक समिति के अध्यक्ष डा उपेन्द्र महतो ने उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति विद्या भण्डारी द्वारा भेजी गई सुचना पढ कर जानकारी दी । सन्देश में भण्डारी ने महामन्त्र, वेदमन्त्र, गायत्री मन्त्र की उपासना के साथ हाेने वाले अश्वमेध महायज्ञ से जीवन मुल्य और अध्यात्म अनुशासन कायम हाेने का विश्वास व्यक्त किया ।
महायज्ञ का उद्घाटन करते हुए डा. पाण्ड्या ने गायत्री मन्त्रोच्चारण सहित हाेने वाले महायज्ञ से मानस में क्रान्तिकारी चिन्तन बढ्न की बात कही । नेपाल और भारत काे एक साथ मिलकर चलने से देश का विकास हाेने की बात पर जाेर दिया । इस अवसर में पाण्ड्या काे नेपाली टोपी और रुद्राक्ष का माला लगाकर सम्मान किया गया था । महायज्ञ आयोजक समिति के अध्यक्ष डा महतो ने कहा कि अपने देश काे हमें खुद ही बनाना हाेगा । उद्घाटन कार्यक्रम में महायज्ञ आयोजक समिति के संयोजक एवं वीरगंज महानगरपालिका के नगर प्रमुख विजय कुमार सरावगी ने वीराें की भूमि वीरगंज में आयोजित महायज्ञ सफल बनाने एवं सहयोग करने का आग्रह किया । २ साै ५१ कुण्डीय भव्य यज्ञशाला निर्मित महायज्ञ में देव सँस्कृति दर्शाने वाली प्रदर्शनी भी आयाेजित की गई है । शान्तिकुञ्ज हरिद्वार से आए पुरोहित तथा साधक वैदिक मन्त्र के साथ में ४ दिन तक हवन यज्ञ गर्ने तथा युग संगीत, सत्सँग एवं साँस्कृतिक कार्यक्रम के साथ १६ प्रकार का सँस्कार निःशुल्क करने की व्यवस्था की गई है और पुस्तक मेला, चित्र प्रदर्शनी भी रखा गया है ।