जनकपुर में प्रहरी और वकीलों का सम्मेलन कार्यक्रम
२४ मई, जनकपुर ।
सुदृढ फौजदारी न्याय प्रशासन का आधार, अनुसन्धानकर्ता और अभियोजनकर्ता के नारा के साथ प्रहरी तथा सरकारी वकील का द्वितीय प्रादेशिक सम्मेलन आज से शुरु हुआ है ।
प्रदेश नम्बर १ और प्रदेश २ के अनुसन्धानकर्ता प्रहरी तथा अभियोजनकर्ता सरकारी वकीलों का यह सम्मेलन जनकपुर में दो दिवसीय है ।
सम्मेलन को सम्बोधन करते हुये प्रहरी महानिरीक्षक सर्वेन्द्र खनाल ने आग्रह के साथ कहा कि मौलिक अधिकार के रुप में अवस्थित मानव अधिकार पीड़ितों के लिये व्यवस्था किया गया है इसे अमानवीय अधिकार रुप में नहीं समझा जाय ।
उन्होंने बताया कि मानव अधिकार का निर्दोषों के लिये व्यवस्था किया गया है इसको ध्यान में रखते हुये प्रहरी इस अधिकार के बमोजिम काम करेगा ।
इसी प्रकार धनुषा का प्रमुख जिला अधिकारी प्रदिपराज कणेल ने बताया कि कारागार नहीं होने के कारण अभियुक्तों को महोत्तरी कारागार ले जाना पड रहा है और जलेश्वर का कारागार भी कैदियों से भरे होने के कारण वहां की स्थिति भी दयनीय है ।
उन्होंने बताया कि कारागार में सोने के लिये भी जगह का आभाव है ।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन महान्यायाधिवक्ता कार्यालय का सहन्यायाधिवक्ता सन्जिवराज रेग्मी के अध्यक्षता हुआ है । इस कार्यक्रम में प्रदेश नं. २ का प्रहरी प्रमुख प्रहरी नायब महानिरीक्षक हरिबहादुर पाल, प्रदेश नम्बर २ का आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालय का निमित्त सचिव अरुण झा, अपराध अनुसन्धान बिभाग का प्रहरी नायब महानिरीक्षक सुर्य प्रसाद उपाध्याय ने शुभकामना मन्तव्य व्यक्त किया ।
प्रदेश नम्बर १ और प्रदेश २ के अनुसन्धानकर्ता प्रहरी तथा अभियोजनकर्ता सरकारी वकीलों का यह सम्मेलन जनकपुर में दो दिवसीय है ।
सम्मेलन को सम्बोधन करते हुये प्रहरी महानिरीक्षक सर्वेन्द्र खनाल ने आग्रह के साथ कहा कि मौलिक अधिकार के रुप में अवस्थित मानव अधिकार पीड़ितों के लिये व्यवस्था किया गया है इसे अमानवीय अधिकार रुप में नहीं समझा जाय ।
उन्होंने बताया कि मानव अधिकार का निर्दोषों के लिये व्यवस्था किया गया है इसको ध्यान में रखते हुये प्रहरी इस अधिकार के बमोजिम काम करेगा ।
इसी प्रकार धनुषा का प्रमुख जिला अधिकारी प्रदिपराज कणेल ने बताया कि कारागार नहीं होने के कारण अभियुक्तों को महोत्तरी कारागार ले जाना पड रहा है और जलेश्वर का कारागार भी कैदियों से भरे होने के कारण वहां की स्थिति भी दयनीय है ।
उन्होंने बताया कि कारागार में सोने के लिये भी जगह का आभाव है ।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन महान्यायाधिवक्ता कार्यालय का सहन्यायाधिवक्ता सन्जिवराज रेग्मी के अध्यक्षता हुआ है । इस कार्यक्रम में प्रदेश नं. २ का प्रहरी प्रमुख प्रहरी नायब महानिरीक्षक हरिबहादुर पाल, प्रदेश नम्बर २ का आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालय का निमित्त सचिव अरुण झा, अपराध अनुसन्धान बिभाग का प्रहरी नायब महानिरीक्षक सुर्य प्रसाद उपाध्याय ने शुभकामना मन्तव्य व्यक्त किया ।
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