यह मान लेना भारी भूल होगी कि गर्मी के मौसम में यह जानलेवा वायरस खत्म हो जाएगा
जिनेवा, एजेंसी।
World Health Organisation (WHO) वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने Covid-19 (कोरोना वायरस) को लेकर चेतावनी जारी की है। WHO के अनुसार यह मान लेना भारी भूल होगी कि गर्मी के मौसम में यह जानलेवा वायरस खत्म हो जाएगा। WHO ने Covid-19 (कोरोना वायरस) से प्रभावित सभी देशों को इस बारे में आगाह कर दिया है। WHO ने कहा है कि अगर गर्मी में यह वायरस खत्म हो जाता है तो यह भगवान के वरदान की तरह होगा।

CNBC में छपी रिपोर्ट के अनुसार WHO के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. माइक रायन ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा कि Covid-19 (कोरोना वायरस) के प्रसार की क्षमता बढ़ रही है और अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि यह मौसमी संक्रमण है और गर्मियों में खुद ब खुद ही गायब हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी श्वसन प्रणाली को प्रभावित करने वाले फ्लू और इनफ्लुएंजा जैसे संक्रमण मौसमी होते हैं और गर्मियों में इनका असर न के बराबर होता है, लेकिन Covid-19 (कोरोना वायरस) के बारे में यह नहीं कहा जा सकता है।

बता दें कि Covid-19 को लेकर अमेरिकी विशेषज्ञों ने कहा था कि यह जानलेवा वायरस गर्मियों में अपने आप गायब हो जाएगा। अमेरिका के सेंट्रर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की डायरेक्टर डॉ. नैंसी मेसोनियर के अनुसार फ्लू और इनफ्लुएंजा जैसी श्वसन प्रणाली को संक्रमित करने वाली बीमारियों में यह देखा गया है कि वे गर्मी के मौसम में गायब हो जाती हैं। इसके मद्देनजर यह उम्मीद की जा सकती है कि Covid-19 भी जुलाई तक खुद ही खत्म हो जाएगा। लेकिन WHO ने सीडीसी की राय का जोरदार खंडन किया है।
इससे पहले सोमवार को WHO ने कहा था कि अभी तक Covid-19 के व्यवहार के बारे में हमें कुछ भी नहीं मालूम है। यह इनफ्लुएंजा के वायरस की तरह नहीं है। यह अनोखा वायरस है, इसलिए यह अभी दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है कि यह कैसे व्यवहार करता है। WHO ने इस बात पर भी चिंता जताई है कि Covid-19 को लेकर कई देशों की तैयारियां आधी-अधूरी है। यही वजह है कि अमेरिका और इटली जैसे देशों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। इन देशों की स्वास्थ्य व्यवस्था इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं थीं।
मालूम हो कि अब तक दुनिया भर में इस जानलेवा वायरस के एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में चीन, ईरान, दक्षिण कोरिया और इटली शामिल हैं। अमेरिका में 233 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 14 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में 32 केस सामने आए हैं जबकि 20 हजार से ज्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है।

