पांच लाख रुपये का विवेकानंद सम्मान डॉ अरुण को मिला
रुड़की-
भारत सरकार की अखिल भारतीय हिंदी सेवी सम्मान योजना’ के अंतर्गत वर्ष 2017 का “विवेकानंद सम्मान”अपभ्रंश हिंदी साहित्य के मूर्धन्य विद्वान डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा अरुण को इस वर्ष दिया गया है।साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर दिए गए डॉ अरुण को इस “विवेकानंद सम्मान” की सम्मान राशि 5 लाख रुपये डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ के खाते में प्राप्त हो गए है।जबकि पुरुस्कार से सम्बंधित प्रशस्ति पत्र व अंग-वस्त्र राष्ट्रपति द्वारा एक भव्य कार्यक्रम में प्रदान किए जाएँगे।उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में राष्ट्रपति के नामित कार्य परिषद सदस्य डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के सदस्य भी रह चुके है और जैन रामायण के साथ साथ अपभ्रंश के क्षेत्र में डॉ अरुण की गिनती परम् विद्वानों में होती है।इस शीर्ष सम्मान के लिए बड़ी संख्या में साहित्यकारों,कवियों ,लेखको व शिक्षाविदों ने डॉ अरुण को बधाई दी है।