हिजाब के विरोध पर हिंसक प्रदर्शन में 5 लोगों की मौत
ईरान में हिजाब के विरोध पर गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय युवती महसा अमिनी की प्रताड़ना के बाद मौत का मामला देशभर में तूल पकड़ गया है। मौत के विरोध में महिलाओं द्वारा हिजाब उतारने और बाल काटने के बाद बड़े पैमाने पर शुरू प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया जिसमें पांच की मौत हो गई।
ईरान का दीवानदारेह शहर कुर्द क्षेत्र का हिस्सा है जहां सर्वाधिक प्रदर्शन हो रहे हैं। यहीं पर मंगलवार को अमिनी की मौत के विरोध में बड़ा प्रदर्शन हुआ यहां लोगों ने कई चौराहों पर टायर जलाए और नारेबाजी की। अमिनी कुर्दिस्तान से ताल्लुक रखती थी इसलिए यहां हुई हिंसा में कारों की खिड़कियां तोड़ी गईं और कई जगह आगजनी भी हुई। पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया।
हिंसक प्रदर्शन में 5 लोगों की मौत के बाद विवादास्पद नैतिकता पुलिस के प्रमुख कर्नल अहमद मिर्जाई को कथित रूप से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा तेहरान और मशहद शहर में कई विवि के छात्र भी सड़कों पर उतर आए। कई छात्राओं ने प्रदर्शन के दौरान स्थानीय कानून की अवहेलना करते हुए अपने हिजाब उतारे।
ड्रेस कोड के विरोध में उतरी महिलाएं
ईरान में नैतिकता पुलिस का एक काम इस्लामी गणराज्य में एक ड्रेस कोड लागू करना भी है। इसके तहत महिलाओं को सार्वजनिक रूप से हिजाब पहनना अनिवार्य है साथ ही तंग कपड़ों या त्वचा दिखाने वाले कपड़ों को पहनने से रोकना भी शामिल है। अब महिलाएं 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से लागू इन नियमों के सार्वजनिक विरोध में उतर आई हैं।