वाल्टन की प्रतिस्पर्धा नेपाल के स्थापित ब्राण्ड के साथ
हाथ में स्मार्ट-एन्ड्रोइड टचस्त्रिmन मोबाइल फोन, घर में एलइडी-एलसिडी टी भी, प्रिmज, रेप्रिmजेरेटर, एयर कन्डीसन आज की नई पीढÞी का सपना है । सामान्य व्यक्ति भी ऐसे आधुनिक उपकरण से अपने को वञ्चित करना नहीं चाहते । इसलिए ऐसे आधुनिक उपकरण तथा सामान आज की पीढÞी के लिए आधारभूत आवश्यकता बन चुकी है । जो व्यक्ति आधुनिक उपकरण प्रयोग से वञ्चित रहते है, वह सहकर्मी की तुलना में अपने को पीछे पाते है । हमारी आवश्यकता और इच्छा को देखते हुए बहुत कम्पनी अपना सामान के साथ बजार में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं । ऐसी ही अवस्था में बंगलादेश के वाल्टन ब्राण्ड की कम्पनी भी नेपाली बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है । नेपाल के लिए इस के आधिकारिक विक्रेता रिडा इन्कपर्र््रोरेटेड प्रा.लि. है । इस कम्पनी के डाइरेक्टर सरफराज अन्सारी और सीइओ नौसाबा सरफराज है । लण्डन से चार्टड एकाउन्टेंड करने वाले अन्सारी और वहीं से एमबीए करने वाली नौसाबा, वाल्टन ब्राण्ड की मोबाइल, र्एलईडी, एलसीडी, प्रिmज सहित अनेक इलेक्ट्रोनिक सामान को नेपाल बाजार में विस्तार कर रहे हैं । प्रस्तुत है- रिडा इन्कपर्र््रोरेटेड प्रा.लि. के डाइरेक्टर सरफाज अन्सारी के साथ हिमालिनी द्वारा की गई बातचीत-
० वाल्टन कैसी कम्पनी है –
– वाल्टन बंगलादेश के आर.बी. ग्रुप द्वारा सञ्चालित इन्टरनेशनल कम्पनी है । जो सन् १९७७ से बंगलादेश में स्थापित है । वाल्टन ब्राण्ड के नाम से एलसीडी, एलइडी टेलिभिजन, रेप्रिmजेरेटर, डी-प्रिmज, एयर कन्डीसन, मोबाइल जैसे इलेक्ट्रोनिक सामान उत्पादन हो रहा है, जो साउथ अप्रिmका, दर्ुबई, म्यानमार जैसे दो दर्जन से ज्यादा देशों में सप्लाई हो रहा है । इलेक्ट्रोनिक क्षेत्र की बात करें तो बंगलादेश में ७७ प्रतिशत मार्केट शेयर वाल्टन के ही हैं । विगत कुछ महीने पहले के तथ्यांक अनुसार तीन महीने की अवधि में दो अर्ब रुपये से ज्यादा का कारोबार सिर्फ मोबाइल फोन ने किया है । इसीलिए हम लोग कह सकते हैं कि वाल्टन बंगालादेश का विश्वसनीय और लोकप्रिय ब्राण्ड है । और यह पहली बार नेपाल आया है ।
० इस ब्राण्ड के प्रति हम कैसे विश्वास करें –
-हमारे सभी सामान में ‘एक्स फ्याक्टर’ हैं । प्रायः अधिकांश इलेक्ट्रोनिक सामान में शतप्रतिशत कपर प्रयोग किया गया है, जो अन्य कम्पनी में नहीं रहता है । कपर प्रयोग के कारण समान की उम्र २०-२५ वर्षतक बढÞ जाती है । इसीलिए हम लोग दावे के साथ कह सकते हैं कि नेपाल में स्थापित और लोकप्रिय ब्राण्ड की तुलना में हमारा सामान किसी से भी कम नहीं है । प्रायः सभी सामान में २ से ३ वर्षतक की वारेन्टी है, प्रिmज और डिप्रिmज में ३ वर्षकी वारेन्टी है । एसी, एलइडी टेलिभिजन में २ वर्षकी वारेन्टी है । मूल्य की तुलना करें तो हमारा सामान अन्य प्रसिद्ध ब्राण्ड से २० प्रतिशत तक सस्ता रहेगा । उदाहरण के लिए टचस्त्रिmन एन्ड्रोइड मोबाइल फोन ३ हजार से ४ हजार मूल्य में हम उपलब्ध करते हैं । जिसका अधिकतम मूल्य ६० हजार तक है । वालप्याड और ट्वलेट भी आ रहा है, जो कम मूल्य में गुणस्तरीय रहेगा । इसीलिए हम कहते है- हमारी प्रतिस्पर्धा नेपाल में स्थापित पुराने ब्राण्ड के साथ ही होगी । दूसरी बात, हमारा सामान उपभोक्ता की इच्छानुसार दर्जनों मोडल और कलर में हैं । एसी के तो १६-१७ प्रकार के कलर हैं । इसीलिए ग्राहक अपनेे घर के अनुसार मन पसन्द कलर पसन्द कर सकते हैं ।
० वाल्टन को नेपाल लाने से पहले यहाँ के उपभोक्ता बाजार का अध्ययन किया है या नहीं –
-यहाँ के बाजार का अध्ययन करने के बाद ही हम लोगों ने वाल्टन को नेपाल लाया है । नेपाल विकासोन्मुख देश है । यहाँ का हरेक नागरिक टेलिभिजन, एसी, वासिङ मेसिन जैसे आधुनिक समान प्रयोग करना चाहती है । और, वह सस्ता और गुणस्तरीय भी हो, ऐसी इच्छा यहाँ के नागरिक की है । इसीलिए यह सब देखने के बाद ही हम लोग यहाँ के बाजार में आए है । शुरु में हमारा टार्गेट काठमांडू का बाजार ही है । लेकिन कुछ महीने के बाद हमारा सामान विराटनगर, पोखरा, वीरगंज, नेपालगन्ज, बुटवल, चितवन जैसे प्रमुख शहर में पहुँच जाएगा । नेपाल के सभी प्रमुख बाजार हमारी पाइपलाइन में हैं ।
० कहा जाता है कि उद्योग-व्यवासाय के लिए नेपाल का राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं है, क्या कहते हैं आप –
-कहते तो हंै- व्यवसायी लोगों के लिए नेपाल के राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं है, तो भी हमारा व्यवसाय चल रहा है । राजनीतिक रुप में देश संक्रमणकालीन अवस्था में है, ऐसी अवस्था में व्यवसायी के लिए कुछ कठिनाइयाँ तो अवश्य होती हैं । लेकिन कल अच्छा रहेगा, यह सोच कर ही हम लोग अपने व्यवसाय को आगे बढÞा रहे हैं । हमारा विश्वास भी यही है । नेपाल उद्योग वाणिज्य महासंघ के तरफ से भी व्यावसायिक वातावरण बनाने के लिए राजनीतिक नेतृत्व में दबाव हो रहा है । उस के अनुसार काम भी हो रहा है । हमें एक सत्य को समझना चाहिए की जब तक आर्थिक विकास के लिए पर्ूवाधार निर्माण नहीं होगा, तब तक जितना भी राजनीतिक परिवर्तन हो, देश आगे नहीं बढÞ पाएगा । दूसरी बात, हर व्यवसाय में कुछ न कुछ तो चुनौती रहती ही है । इसीलिए हम लोग आशावादी हैं ।
० यहाँ के व्यवसायियों के लिए कैसी-कैसी चुनौतियाँ हैं –
-मूलतः राजनीतिक स्थिरता होनी चाहिए । यह नहीं होने के कारण व्यवसायी लोग इन्भेष्ट करने में डरते हंै । उद्योग-व्यवसाय के लिए अत्यावश्यक विद्युत-आपर्ूर्ति की जो समस्या है, उसका भी दर्ीघकालीन हल होना चाहिए । हम जैसे व्यवसायियों के लिए थर्डकन्ट्री से नेपाल में सामान लाकर व्यवसाय करना भी बहुत कठिन हो रहा है । भन्सार विभाग के कर्मचारी अनेक बहानाबाजी में व्यवसायियों को परेशान करते रहते हैं । नेपाल सरकार के सम्बन्धित निकाय को इस में भी ध्यान देना जरूरी है, ताकि कोई भी व्यवसायी किसी भी गैरकानूनी कार्य को लेकर परेशान न हो । दूसरी बात यहाँ के व्यवसायी ज्यादा टैक्स की मार में हैं । अन्य देशों की तुलना में हम लोग यहाँ ज्यादा टैक्स भरते हैं । इस की मार में र्सवसाधारण उपभोक्ता भी पडÞ रहे है । उदाहरण के लिए हम लोग घरेलू सामानों में ५० प्रतिशत तक टैक्स दे रहे हैं । यदि इस में राज्य की तरफ से कुछ छूट हो जाएगा तो हर नेपाली के घर-घर में एलइडी टेलिभिजन हो सकता है । मासिक १० हजार कमाने वाले व्यक्ति भी अपनेे रूम में एसी रख सकता है । इसीलिए राज्य द्वारा वसूले गए ज्यादा टैक्स की मार में आम उपभोक्ता है । हरेक व्यवसाय में टैक्स लेना चाहिए । लेकिन आधारभूत आवश्यकता के सामान में ज्यादा टैक्स लेना ठीक नहीं है । यह तो सञ्चार का एक साधन है । सडÞक सञ्जाल विस्तारित क्षेत्र में कोई व्यक्ति मोटरसाइकिल चलाना चाहता है तो वह आवश्यकता है । ऐसे विषय में राज्य का ध्यान जाना जरूरी है ।
० आप की दृष्टि में यहाँ की बेरोजगारी को कैसे कम किया जा सकता है –
– बेरोजगारी समस्या हल करने के लिए यहाँ की व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा विश्वस्तर में होनी चाहिए । यहाँ तो विकास के भौतिक पर्ूवाधार भी नहीं है । नेपाल जैसे विकासोन्मुख देश के लिए जितना हो सके ज्यादा विदेशी निवेश आनी चाहिए । जिसके द्वारा जनता में नए-नए अवसर सृजित होते हंै, सीप सीखने का वातावरण निर्माण होता है, व्यवसाय में प्रतिपर्स्धा तो होगा ही । प्रतिस्पर्धा के कारण जनता गुणस्तरीय और सस्ती सेवा प्राप्त कर सकते हैं । उदाहरण के लिए सञ्चार क्षेत्र में नेपाल टेलिकम को ले सकते हैं । कुछ वर्षपहले तक उसका एकछत्र राज चलता था । सेवा शुल्क भी ज्यादा ही था । जब निजी क्षेत्र का प्रवेश इस में हुआ, तब प्रतिस्पर्धा होने लगी । सेवा और गुणस्तर दोनों बढÞने लगे और शुल्क घटने लगा । अभी भी नेपाल टेलिकम और एनसेल के अलवा जनता में विश्वसनीय दूसरा विकल्प नहीं है । अगर प्रतिस्पर्धा के लिए और भी कम्पनी रहती तो जनता में विकल्प रहता । जहाँ सेवा और सुविधा भी प्रतिस्पर्धात्मक रहती ।
० विदेशी कम्पनी अपना मुनाफा अपने देशों में लेकर जाएगी, उसके बाद नेपाल तो वैसा ही रहेगा न –
-विदेशी लगानीकर्ता सिर्फकमाने लिए ही आते हैं, यह सोच गलत है । लगानी करने वाले स्वाभाविक रूप में प्रतिफल खोजते हैं । इसकी नकारात्मक व्याख्या करके विदेशी पूँजी को हम लोग इन्कार करते हैं तो नेपाल कभी भी आर्थिक रुप में सम्पन्न नहीं हो सकता । विदेशी कम्पनियों के साथ-साथ यहाँ सीप और नये-नये टेक्नोलोजी भी आ जाएँगे, सेवा-सुविधा आ जाएगी । अन्तर्रर्ाा्रीय स्तर के औद्योगिक कम्पनी का व्यवस्थापन ‘ए ग्रेट’ का रहता है । उक्त व्यावसायिक व्यवस्थापन की कला नेपाल में भी आएगी । जहाँ से नेपाली बहुत कुछ सीख सकते हंै । यहाँ के अदक्ष बेरोजगार युवाओं को तालीम प्राप्त हो सकता है और वह स्वरोजगार बन सकते हैं । इस तरह देश को दक्ष जनशक्ति मिलती है । अगर कल विदेशी कम्पनी वापस चला भी जाएगा तो यहाँ दक्ष और सीपमूलक जनशक्ति तो अवश्य ही रहेगी । उस जनशक्ति को परिचालन करने का भीजन राज्य में होना चाहिए । इसके लिए हमारे नीति-निर्माता तथा सरकार को सोचना चाहिए । दूसरी तरफ ऐसी कम्पनी, राज्य को टैक्स भी तो भरते हैं । इससे भी फायदा हो सकता है । विकास के लिए भौतिक पर्ूवाधार कमजोर रहने वाले देश में अगर विदेशी लगानी का विरोध करेंगे तो विकास सम्भव नहीं है । जितना हो सके उससे फायदा लेकर देश को समृद्ध बनाने का उद्देश्य राज्य सञ्चालक में होगा तो विदेशी लगानी देश के हित में ही होगा ।