त्रि.वि केन्द्रीय पुस्तकालय में दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी सम्पन्न
३ अप्रैल, काठमांडू । अंशु झा
त्रिभुवन विश्वविद्यालय में “दुई दशकमा लाङटाङ ः प्रकृति, विविधता, भूकम्प र जीवन” शीर्षक में दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी कार्यक्रम चैत्र १९ और २० गते को सम्पन्न हुआ । त्रि.वि.पुस्तकालय तथा सूचना विज्ञान केन्द्रीय विभाग, त्रि.वि.केन्द्रीय पुस्तकालय और प्राणीशास्त्र केन्द्रीय विभाग के संयुक्त आयोजन में यह फोटो प्रदर्शनी कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।
कार्यक्रम के उद्घाटन त्रिभुवन विश्वविद्यालय के नि.शिक्षाध्यक्ष प्रा. भार्गभ धिताल ने किया । उन्होंने अपने मन्तव्य में उक्त कार्यक्रम के लिए आयोजक वर्ग को धन्यवाद देते हुए कहा कि दो दशक से भी अधिक समय लगाकर फोटो संकलन करना और लाङटाङ के वस्तुस्थिति को तस्वीर के माध्यम से उजागर करने का प्रयास सराहनीय है ।
उद्घाटन कार्यक्रम में त्रि.वि. विश्वविद्यालय क्याम्पस के प्रिन्सिपल प्रा.डा.ध्यानेन्द्र राई, प्रो.रायन्डल सि काइज, प्रा.डा.मुकेश चालिसे, डा.लक्ष्मण खनाल, डा.नारायण कोजू, डा.लिला न्याइच्याइ, सागर राज सुवेदी ने अपने अपने मन्तव्यों में फोटो संकलन का अनुभव तथा प्रदर्शनी के सम्बन्ध में अपनी धारणा व्यक्त किए । उक्त प्रदर्शनी में रखे गए तस्वीरों का संकलन वासिंगटन विश्वविद्यालय के प्रो.रायन्डल सि काइज, त्रि वि के प्रो.मुकेश चालिसे, नेपाल इन्जिनियरिंग कलेज के डा नारायण प्रसाद कोजू और कलाकार बालकृष्ण बनमाला ने किया था ।
सन् २००२ से २०२३ तक के अनुसन्धान और ट्रेनिंग के क्रम में लिए गए तस्वीरों में से लगभग एक सौ चयनित तस्वीरों को प्रदर्शनी में लगाया गया था । जिन तस्वीरों को देखने से उक्त समय में लाङटाङ का शहरीकरण, भौगोलिक परिवर्तन, रहन सहन, परम्परा के साथ साथ २०७२ साल के विनाशकारी भूकम्प का प्रभाव तथा पुर्ननिर्माण स्पष्ट झलक रहा था । त्रिभुवन विश्वविद्यालय के प्राध्यपक, कर्मचारी, विद्यार्थी के साथ साथ लगभग एक हजार सर्वसाधारण ने उक्त प्रदर्शनी का आनन्द उठाया ।