लाठी खेल, घडा फुटाने का खेल,प्रर्दशन करते हुये मातादुर्गा भवानी का बिर्सजन
नेपालगन्ज,(बाँके) पवन जायसवाल, ५ अक्टूबर ।
बिजयादशमी के अवसर पर पूजा अर्चना के लियें रक्खा गया मातादुर्गा भवानी की प्रतिमा बडा धूमधाम के साथ शनिवार को बिर्सजन किया गया ।
दंशै के घटस्थापना से बाँके जिला के बिभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में रक्खी गई माता दुर्गा भवानी की प्रतिमा को १० दिनों तक बिधिपुर्बक पूजा पाठ करके माता दुर्गा भवानी की प्रतिमा को बाके जिला के सदरमुकाम से करीब ९ किलोमीटर पर राप्ती नदी में, मान खोला और कर्णाली नदी में लेजाकर विर्सजन किया गया है ।
नेपालगञ्ज के विभिन्न स्थानों में रक्खी गई मूर्ती को बाजागाजा, भजन कीर्तन करते श्रद्धालु भक्तजनों माता दुर्गाभवानी की जय—जयकार लगाते हुयें लावा लस्करँ के साथ विभिन्न नदियों में लेजाकर बिर्सजन किया ।
यूवाओं ने नेपालगन्ज के बिभिन्न चौक चौक पर लाठी खेल, घडा फुटाने का खेल, लगायत बिभिन्न प्रकार के खेल का प्रर्दशन किया था
बाके जिला के जयसपर, परसपुर, बसुदेवपुर, खास कारकादौं, हिरिमिनिया, पुरैना, पुरैनी, गनापुर, इन्द्रपुर, लगायत करीब सैंकडौं मूर्तिया टे«क्टर, ट्रक में लेकर रात को १२ बजे तक बिर्सजन कियें थे ।
घटस्थापना के दिन स्थापित किया गया माता दुर्गा भवानी की मुर्ती दशैं के दूसरे दिन में बिर्सजन करने का प्रचलन है ।
दुर्गा भवानी की प्रतिमा बिर्सजन करते समय होनेवाली हिंसक घटना को देखते हुयें बाँके जिला प्रहरी कार्यालय ने बिशेष सुरक्षा सर्तकता मजबूत बनाया था।
जिला के राप्ती नदी सिधानिया घाट में प्रतिमा बिर्सजन करने के लियें बिशेष व्यवस्थापन भी किया गया था । प्रतिमा बिर्सजन करने आने जाने में किसी प्रकार की दुर्घटनाए न होने के लियें सुरक्षा व्यवस्थापन के लियें जिला से ५० से अधिक प्रहरी तैनाथ किया गया था ईलाका प्रहरी कार्यालय कम्दी के इन्चार्ज प्रहरी नायब निरीक्षक गणेशमान खडका ने बताया ।
इसी तरह सीमापार बहराईच जिला के रुपैडिहा में भी रक्खी गई माता दुर्गाभवानी की प्रतिमा को बाजार की परिक्रमा करके, यूवाओं ने लाठी खेल, लगायत की खेल प्रर्दशन किया था सडक जाम करके अपना खेल प्रर्दशनी किया आने जाने वालों को कठिनाई उठना पडा लेकिन खेल प्रर्दशन करने वाले यूवाओं ने आने जाने वालों को अपशब्द भी प्रयोग किया था , माता दुर्गाभवानी की प्रतिमा को बाजार की परिक्रमा करके बाबागन्ज, नानपारा होते हुयें गायघाट में जाकर बिर्सजन किया ।