प्रधानमंत्री ओली ने किया संयुक्त राष्ट्रसंघ के ७९ वीं महासभा को सम्बोधित
काठमांडू, असोज ११ – प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के ७९ वीं महासभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रसंघीय शान्ति अभियान में सेना और पुलिस का सबसे ज्यादा योगदानकर्ता के रूप में नेपाल विश्व शान्ति और सुरक्षा में अपने योगदान में और वृद्धि करने को तैयार है ।
महासभा में भाग लेने के लिए नेपाली प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व करते अमेरिका के न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री ओली ने स्थानीय समय अनुसार गुरुवार की शाम ५ः३० बजे महासभा को सम्बोधित किया ।
उन्होंने किसी को भी पीछे नहीं छोड़कर वर्तमान और भावी पुस्ता के लिए शान्ति, दीर्धकालीन विकास और मानव मर्यादा के उन्नति के लिए एकजुट होने के लिए विश्व समुदाय को आह्वान किया ।
उन्होंने महासभा को सशस्त्र द्वन्द्व के बाद नेपाल में शान्ति स्थापना के प्रयास में जो आरोह अवरोह आई उसकी भी जानकारी दी, और अपने नेतृत्व की सरकार के बारे में कहा कि सङ्क्रमणकालीन न्यायसम्बन्धी कानून को संसद से अभी हाल ही में पारित करवाया है ।
दो बड़े राजनीतिक दल के सहकार्य में बने वर्तमान सरकार के बारे में उन्होंने महासभा में कहा कि नेपाली जनता की समावेशी और समतामूलक समृद्धि के लिए आर्थिक रुपान्तरण को आगे बढ़ाते हुए स्थायित्व कायम करने को वो और उनकी सरकार कटिबद्ध हैं । ’ उन्होंने कहा कि– ‘मेरी न किसी के साथ मित्रता, और न ही किसी के साथ शत्रुता है । ’ उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अपनी इसी गहरी विश्वास के साथ हम हमारी विदेश नीति का संचालन कर रहे हैं । पारस्परिक सम्मान, सार्वभौम समानता, क्षेत्रीय अखण्डता, दूसरे के आन्तरिक मामलों में अहस्तक्षेप और शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व के सिद्धान्त में रहकर नजदीक के पड़ौसियों तथा अन्य देश के साथ घनिष्ठ, सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक सम्बन्ध को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए नेपाल प्रतिबद्ध है ।’
उन्होंने मांग की कि विश्व के विकसित देश द्वारा कार्बन उत्सर्जन से नेपाल प्रभावित हो रहा है । नेपाल को जलवायु न्याय का लाभ मिलना चाहिए ।
महासभा में प्रथम महिला राधिका शाक्य, परराष्ट्रमंत्री डॉ.आरजु राणा देउवा, प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार विष्णुप्रसाद रिमाल, परराष्ट्र मन्त्रालय के सचिव सेवा लम्साल, सहसचिव अमृतबहादुर राई, शिष्टाचार महापाल विष्णुप्रसाद गौतम, राष्ट्रसङ्घ के लिए नेपाल के स्थायी नियोग के प्रतिनिधि लोकबहादुर थापा तथा अन्य की सहभागिता थी ।