संविधान सभा का एक वर्ष और उपलव्धी विषयक रेडियो छलफल कार्यक्रम
नेपालगन्ज,(बाँके) पवन जायसवाल, २०७१ पौष २७ गते ।
मध्यपश्चिमाञ्चल क्षेत्रीय कार्यालय इन्सेक के सहकार्य में रेडियो कृष्णसार एफएम नेपालगन्ज ने दुसरा संविधान सभा का एक वर्ष और उपलव्धी विषयक रेडियो छलफल कार्यक्रम का आयोजन किया ।
माघ ८ में ही संबिधान जारी नही हुआ तो इस के दोषी राजनितिक दलों खुद ही होगें नेपालगन्ज में आयोजित एक कार्यक्रम में बताया गया है । उन लोगों ने तोका गया मिति में संबिधान जारी करने के लियें दवाव देते हुयें सभी की समावेसीमुलक संबिधान बनाने के लियें बताया । कार्यक्रम में नेकपा एमाले बा“के के सभासद देवराज भार ने कुछ बिषय बाहेक सभी बिषय में सहमति हो चुकी है संबिधान जारी होगी दावा किया है ।
उन्हँ“ ने कहा दलों के बीच सहमति हुई तो माघ ८ में ही संबिधान आयेंगी , अगर नही आयें तो हम लोग प्रक्रिया में जायेगें । नेपाली कांग्रेस बर्दिया जिलाके सभासद संजय गौतम ने कहा एकिकृत माओबादी लगायत के मोर्चा से सहमति की प्रयास जारी रही है सहमति होगी विश्वास दिलाया । उन्हों ने सकभर सहमति में ही संविधान जारी होगी दावा करते हुयें बाहर हल्ला जो हो रही है उस तरह की दलों के बीच कोई भी विवाद नही है स्पष्ट किया । एकीकृत माओवादी की सभासद अञ्जना चौधरी ने सभी का सामान सहभागितामुूलक संबिधान निमार्ण करने के लियें बताते हुयें उसअनूरुप सहमति में ढिलाई हुई है बतायी । उन्हँें ने कहा कुछ दलों ने अभी भी सहमति में जाना नही चाहते संविधान माघ ८ में ही आएगी कहने की अवस्था नही है बतायी । उन्हों ने कहा सभी दल के सभासदें ने शीर्ष नेतृत्व को दवाव देना आवश्यक रही है बतायी ।
कार्यक्रम में अधिकारकर्मी कुन्दन अर्याल ने कहा दलों ने मुलुक में विखण्डन लानेवाली प्रस्ताव लाकर ही सहमति को अडकाया है आरोप लगाते हुयें दलों को ऐसा कार्य जनता को कभी भी स्वीकार नही होगी बताया । उन्हँें ने दलों की सत्ता और स्वार्थ के कारण सबिधान बन नही पा रही है बताते हुयें सबिधान निमार्ण के लियें नागरिक आन्दोलन की आवश्यकता रही है बताया । कार्यक्रम में सहभागियों ने सभासदों को खुला प्रश्न किया था यह कार्यक्रम नेपालगन्ज उप–महा नगरपालिका वार्ड नं.–१६ सुर्खेतरोड के पास स्वास्तिक कटेज में हुआ था और कार्यक्रम की सञ्चालन रेडियो कृष्णसार एफएम क्षेत्रीय कार्यालय नेपालगन्ज के माधव अधिकारी ने किया था और रेडियो के स्टेशन प्रमुख तला अधिकारी, राकेश कुमार मिश्रा, राजु धोबी और वरिष्ठ प्राविधिक योगेश चौधरी की बिशेष योगदान था ।