संविधान संशोधन पहाडी, मधेशी, मुस्लिम थारु आदिवासी की माँग नहीं : एमाले उपाध्यक्ष भीम रावल
नेकपा एमाले क उपाध्यक्ष भीम रावल ने कहा है कि संविधान संशोधन कर के काँग्रेस और माओवादी केन्द्र राष्ट्रियता को खतरे में ला रहा है । सात नं. प्रदेश द्धारा आयोजित पत्रकार सम्मेलन में उपाध्यक्ष रावल ने कहा कि मधेश के कुछ व्यक्तियों की माँग को संवोधन करने के लिए सरकार संविधान संशोधन करना चाह रही है यह सिर्फ बखेडा है और इससे देश की राष्ट्रीयता खतरे में पडेगी । उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा को सरकाजी काम काज की भाषा बनाकर कुछ व्यक्ति की आकांक्षा पूरी करना है ।
उन्होने कहा कि संविधान संशोधन की माँग नेपाल में रहने वाले पहाडी, मधेशी, मुस्लिम थारु आदिवासी के नाम पर जो संविधान संशोधन करने की बात हो रही है वो नेपाली जनता की माँग नहीं बल्कि यह तो सिर्फ कुछ लोगों की माँग है ।
पुर्व उपप्रधानमन्त्री रावल ने कहा कि सरकार को अब प्रदेशसभा और प्रतिनिधिसभा निर्वाचन का वातावरण बनाना होगा । संविधान संशोधन का बखेडा नहीं अब सरकार को दोनों निर्वाचन कराने के लिए आवश्यक विधेयक संसद में प्रस्तुत करना चाहिए ।