ई–रिक्सा अवैधानिक
नेपालगंज, १८ भाद्र ।
नेपालगंज में ४ साल से सञ्चालित ‘ई–रिक्सा’ को पुलिस ने अवैधानिक करार दिया है । सड़क में रहे रिक्सा और चालक के ऊपर पुलिस ने शनिबार हंगा होने के बाद जिला ट्राफिक पुलिस कार्यालय ने कहा है कि ५५० ई–रिक्सा को नियन्त्रण में लिया गया है । स्मरणीय है, ई–रिक्सा सिर्फ नेपालंज में ही नहीं है, देश के प्रमुख सभी शहरों में सञ्चालित हो रहा है । नेपालगंज में वि.सं. २०७० साल से सञ्चालित इस रिक्सा को अभी आकर अवैधानिक करार देकर करवाही करने से व्यवसायी भी आक्रोशित हुए हैं । ई–रिक्सा के ऊपर कर छली का आरोप लगाया गया है ।
स्थानीय निकाय (विभिन्न गाविस) में व्यक्तिगत नाम में पंजीकृत कर ई–रिक्सा सञ्चालन हो रहा है । पुलिस ने कहा है कि ई–रिक्सा को भी यातायात कार्यालय में पंजीकृत करना चाहिए । लेकिन व्यवसायियों ने पुलिस की आग्रह अस्वीकार करते आ रहे हैं । जिसके चलते उन लोगों के ऊपर कारवाही किया गया है । इधर रिक्सा चालकों का कहना है– ‘हम लोग तो भाड़ा में लेकर रिक्सा चलाते हैं, कहां दर्ता करवाना है, इससे हमारे कोई लेना–देना नहीं है !’ प्राप्त समाचार में कहा गया है कि पुलिस कारवाही के कारण रिक्सा मालिक से ज्यादा चालक प्रभावित हो गए हैं ।
शानिबार ही रिक्सा मालिक और पुलिस के बीच एक सहमति बनी है । सहमति के अनुसार सात दिन के अन्दर ई–रिक्सा को यातायात कार्यालय में ‘भाडा के सवारी साधन’ के रुप में पंजीकृति किया जाएगा ।