कांग्रेस–समानुपातिक सांसदों में व्यापारी और पुराने सांसदों की वर्चस्व
काठमांडू, १२ फरवरी । प्रतिनिधिसभा (संघीय संसद) के लिए नेपाली कांग्रेस ने अपनी ओर से समानुपातिक सांसदों का नाम फाइनल किया है । समानुपातिक में कांग्रेस को प्राप्त कूल ४० सिटों में नेपाली कांग्रेस ने आधे से ज्यादा सिटों में पुराने ही सांसद् को अवसर दिया है । सार्वजनिक सूची के अनुसार २२ सांसद् ऐसे हैं, जो इससे पहले भी सांसद ही थे । इतना ही नहीं नेपाली कांग्रेस के कई सांसद् ऐसे हैं, जो विभिन्न दृष्टिकोण से विवादित हैं ।
कांग्रेस ने मधेशी केटा में अर्बपति विनोद चौधरी को सांसद बनाया है । इसीतरह २०४८ साल से निरन्तर सांसद् बनते आ रहे पद्यमनारायण चौकरी को नेपाली कांग्रेस ने समानुपातिक सांसद बनाया है । इसीतर पार्टी कोषाध्यक्ष सीतादेवी यादव, पूर्व कोषाध्यक्ष चित्रलेखा यादव, अर्बपति उमेश श्रेष्ठ, व्यापारी दिव्यमणि राजभण्डारी, ठेकेदार जीपछिरिङ लामा, कर्मा घले सूर्य बहादुर केसी, बहादुरसिंह लामा भी सांसद बने हैं, उल्लेखि नाम में कांग्रेस के ईमानदार कार्यकर्ता सन्तुष्ट नहीं है ।

यह हैं कांग्रेस के समानुपातिक सांसद –
खस/आर्य (पुरुष): बालकृष्ण खाँड, दिलेन्द्र बडु, किशोरसिंह राठौर, सत्यनारायण खनाल, सूर्यबहादुर केसी, मोहन पाण्डे
आदिवासी जनजाति: बहादुरसिंह लामा, कर्मा घले, उमेश श्रेष्ठ, लालकाजी गुरुङ, जिपछिरिङ लामा, दिव्य भण्डारी
दलित : मानबहादुर विश्वकर्मा, मीन विश्वकर्मा, प्रकाश रसाइली,
मधेसी: विनोद चौधरी, स्मृतिनारायण चौधरी, नगेन्द्रकुमार राय
थारू : पद्यमनारायण चौधरी, पार्वती डिसी चौधरी, रमीता चौधरी
मुस्लिम : अतहर कमल मुसलमान, सर्वत आरा खातुन
महिला (खस/आर्य): सुजाता कोइराला, पुष्पा भुसाल, डिला संग्रौला, मीना पाण्डे, उमा रेग्मी, दीपशिखा शर्मा
महिला (जनजाति): ज्ञानकुमारी छन्त्याल, प्रमिला राई, महेन्द्रकुमारी लिम्बू, हीरा गुरुङ, मीना सुब्बा
महिला (दलित) : सुजाता परियार, लक्ष्मी परियार सेवा, विमला नेपाली
महिला (मधेसी): सीतादेवी यादव, चित्रलेखा यादव, मीनाक्षी झा