संघीयता को बचाना मुश्कील हैः डा. महत
पोखरा, १३ अक्टूबर । नेपाली कांग्रेस के नेता तथा पूर्व अर्थमन्त्री डा. रामशरण महत ने कहा है कि संघीयता दिन प्रति दिन कमजोर बनता जा रहा है । उनको मानना है कि आर्थिक दृष्टिकोण से संघीयता महंगा है, इसीलिए कमजोर होता जा रहा है । नेपाली लेखक संघ कास्की द्वारा शनिबार पोखरा में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट को सम्बोधन नहीं किया जाएता तो संघीयता को ही बचाना मुश्कील पड़ सकता है ।
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि संघीयता के कारण ही आम नागरिकों में आर्थिक भार में वृद्धि हो रही है । उन्होंने आगे कहा– ‘संघीयता को टिकाने के लिए ही आज देश भर कर वृद्धि हो रही है, जो स्थानीय कानून के विपरित भी है ।’ डा. महत को यह भी मानना है कि कर संकलन संबंधी स्पष्ट नीति न होने के कारण भी जनता ज्यादा कर देने के लिए बाध्य हैं ।
डा. महत ने कहा– ‘देश में तीन तह का सरकार है, सिर्फ स्थानीय तहों में ७५३ सरकार है, तीनों सरकार की प्रशासनिक संरचना आवश्यकता से बडा है और देश की आर्थिक क्षमता कमजोर है, जिसके चलते आर्थिक रुप में संघीयता को बचाना मुश्लिक हो रहा है ।’ उन्होंने कहा कि अगर संघीयता को बचाना है तो अनुत्पादक क्षेत्र में हो रहे खर्च में कटौती होनी चाहिए, भत्ता वृद्धि, तालीम और गोष्ठी में जो खर्च हो रहा है, उसको भी कटौती करनी चाहिए ।