बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 90
काठमांडू १८ जुलाई
पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है। गृह मंत्रालय के मुताबिक लगभग 31 लोग अब भी लापता हैं। देशभर में 3 हजार 366 लोगों को बचाया गया है। डेटा संग्रहण और राहत बचाव कार्य पूरे जोरों पर है।
11 जुलाई से हो रही मूसलाधार बारिश ने 70 जिलों में से 31 को बुरी तरह से प्रभावित किया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 27 हजार पुलिस कर्मियों, 8 हजार सेना के जवानों और 8150 सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के जवानों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाया गया है।
बाढ़ प्रभावित रौतहट, धनुशा, महोत्री, और डोलपा जिलों में राहत और बचाव कार्य चल रहा है। किसी भी घटना से निपटने के लिए हेलिकॉप्टरों को काठमांडू, इटाहारी और धनुशा में स्टैंडबाय पर रखा गया है। ललितपुर, भोजपुर और रौतहट में सबसे ज्यादा लोगों की मौत हुईं है। इसके अलावा स्वच्छता की कमी से महामारी के बढ़ने की आशंका भी बढ़ गई है।
इस बीच सरकार ने विदेशी सहायता नहीं लेने का फैसला किया है। इसके बजाय स्थानीय निकायों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।