नेपालगंज में गुल्जार–ए– अदब ने अपनी मासिक गजल गोष्ठी
नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल ।बाँके जिला के उर्दू साहित्यकारों की नेपालगन्ज में रही साहित्यिक संगठन गुल्जार–ए– अदब ने अपनी मासिक गजल गोष्ठी भाद्र २५ गते शनिवार को किया है ।
नेपालगन्ज स्थित महेन्द्र पुस्तकालय के सभाहाल में नेपालगन्ज के उर्दू साहित्यकारों ने भाद्र २५ गते शनिवार मासिक गजल गोष्ठी में अपनी –अपनी गजलें वाचन किया था ।
वह गजल गोेष्ठी गुल्जार–ए–अदब बाँके के आयोजन में हुई थी उस गजल गोष्ठी में उर्दू साहित्यकार तथा गुल्जार–ए–अदब के अध्यक्ष हाजी अव्दुल लतीफ शौक, आदिल सर्वर नेपाली, सैय्यद असफाक रसूल हाशमी, गुल्जार–ए–अदब के सचिव मोहम्मद मुस्तफा अहसन कुरैशी, जमील अहमद हाशमी, मेराज अहमद हिमालय, जावेद शेष पुरी साहेब, कृष्णमुरारी प्रसाद भट्ट, शारुक कुरैशी, रासिद कुरैशी लगायत लोगों ने “इस जश्ने चरागों में खूँ दिल का जलाना है” मिसरा पर उर्दू साहित्यकारों ने अपनी–अपनी गजलें वाचन किये थे । इसी तरह गुल्जार–ए–अदब ने हरेक महीने के आखिरी शनिवार को गजल गोष्ठी की आयोजन करते आ रही है
।