नेपाली को भुटानी शरणार्थी बनानेवाले एमाले सचिव तथा पूर्व उपप्रधानमन्त्री रायमाझी विरुद्ध वारेंट जारी

काठमांडू, ३ मई । नक्कली भुटानी शरणार्थी प्रकरण में नेपाल पुलिस ने नेकपा एमाले के सचिव तथा पूर्व उपप्रधानमन्त्री टोपमहादुर रायमाझी और उनके पुत्र सन्दीप रायमाझी के विरुद्ध गिरफ्तारी वारेंट जारी किया है । टोपबहादुर पूर्व माओवादी नेता हैं । पुलिस अनुसंधान से पता चला कि नेपाली नागरिकों को भुटानी शरणार्थी बनाकर अमेरिका भेजने का आश्वासन देकर एक गिरोह सक्रिय है । अनुसंधान से पताल चला कि गिरोह के प्रमुख सदस्यों में पूर्व उपप्रधानमन्त्री से लेकर गृह मन्त्रालय के सचिव तक हैं ।
पुलिस अनुसंधान से पता चला है कि शरणार्थी प्रकरण में टोपबहादुर के पुत्र संदीप ने एक करोड का चेक लिया है । इसके संबंध में कुछ प्रमाण हाथ लगने के बाद काठमांडू पुलिस परिसर ने बुधबार जिला अदालत काठमांडू से टोपबहादुर र और उनके पुत्र सन्दीप के विरुद्ध गिरफ्तारी वारेंट जारी की है ।
रायमाझी के साथ–साथ उपराष्ट्रपति कार्यालय के सचिव टेक नारायण पाण्डे के विरुद्ध भी गिरफ्तारी वोरन्ट जारी हुई है । पाण्डे गृहमन्त्रालय के पूर्व सचिव भी हैं । बताया जाता है कि गृहमन्त्रालय को भी प्रभावित कर गिरोह ने नेपाली नागरिकों को नक्कली शरणार्थी का परिचयपत्र बनाने का काम किया है । वारेन्ट जारी होने के बाद टेक नारायण पाण्डे बुधबार ही पुलिस कार्यालय में खूद उपस्थित हो गए हैं ।
शरणार्थी प्रकरण में पुलिस ने तत्कालीन गृहमन्त्री रामबहादुर थापा बादल के सुरक्षा सल्लाहकार तथा द्वन्द्वविज्ञ इन्द्रजित राई और उनके पुत्र निरज के विरुद्ध भी वारेन्ट जारी किया है । पिता इन्द्रजीत गिरफ्तार हो चुके हैं और निरज सूचना जारी होते ही फरार हो गए हैं । पता चला है कि शरणार्थी संबंधी प्रमाणपत्र बनाने के लिए राई ने विभिन्न व्यक्तियों से ५ करोड लिया है । गिरोह के प्रमुख पात्रों में से केशव दुलाल, सानु भण्डारी, टेक गुरुङ को पुलस ने गत चैत्र १२ गते गिरफ्तार किया था । उन लोगों के ऊपर अनुसन्धान होने के बाद पता चला कि इसमें प्रमुख पार्टी के महत्वपूर्ण नेता से लेकर पूर्व उपप्रधानमन्त्री तथा गृहमन्त्री का नाम भी सामने आया ।


