उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ समाप्त हुआ छठ पर्व

काठमांडू, ४ मंसिर – उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ ही छठ पर्व समाप्त हुआ । चार दिन चलने वाला यह छठ पर्व का आज आखिरी दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दे कर व्रत की समाप्ति हो गई । व्रतधारी महिलाओं और पुरुर्षो ने सुबह से छठ मैया का ध्यान लगाकर सूर्य की उपासना की । शहर में भी जगह—जगह बने पूजा के लिए घाटों पर सूर्य उपासना हुई । कल यानी रविवार को तीसरे दिन डूबते सूर्य को अध्र्य दिया गया । पूरे चारों दिन नहाय–खाय, खरना, संझियां अर्घ्य और आज उगते सूर्य अर्घ्य के साथ छठ मैया की उपासना की गई ।
छठ पर्व को बहुत ही कठिन पर्व माना गया है लेकिन यह आस्था और विश्वास का पर्व है और छठि मैया की कृपा ही है कि जो इस व्रत को ठान लेने हैं वो कर लेते हैं । छठ एक ऐसा पर्व है जिसके प्रति लोगों का विश्वास दिनप्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । वह यह एक धर्म और किसी एक जाति , भाषा बोली का नहीं रह गया यह सभी का पर्व है ।
पहले यह तराई के भागों में ही देखा जाता था । लेकिन अब पहाड़ के लोग और काठमांडू के विभिन्न जगहों पर लोग छठ का आयोजन करते हैं तथा श्रद्धा सहित उसमें भाग लेते हैं ।


