एमाले भारत बिरोधी नही, नेपाल का संविधान २०७२ त्रुटिपूर्ण है : रघुवीर महासेठ
कैलास दास,जनकपुर, असोज ११ ।
एमाले के अंदर भी अब मधेश आन्दोलन के पक्ष में आवाज उठने लगी है | नेकपा एमाले के नेता एवंं लोकतान्त्रिक मधेशी संगठन के केन्द्रिय अध्यक्ष रघुवीर महासेठ ने कहा है कि उनकी पार्टी एमाले भारत विरोधी नही है । एमाले का कोई भी व्यक्ति अगर भारत को विरोध किया है तो वह उनका व्यक्तिगत विचार हो सकता है । उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि सीमा नाका बन्दी भारत ने नही मधेश आन्दोलन के कारण हुआ है । मधेशी जनता के जायज माँग सम्बोधन करने के लिए नेपाल सरकार के साथ उन्होंने अपील भी किया है ।
भारत के सहयोग से ही नेपाल का राजतन्त्र का अन्त हुआ है । भारत और नेपाल के बीच सदिंयो से रहे सम्बन्ध कोई भी विच्छेद नही कर सकता है उन्होने कहा ।
एमाले नेता महासेठ ने नेपाल का संविधान २०७२ त्रुटिपूर्ण रहा आरोप लगाते हुए कहा कि जनसंख्या के आधार पर निर्वाचन क्षेत्र होना चाहिए, प्रदेश के प्रतिनिधित्व केन्द्र में भी जनसंख्या के आधार पर ही होना चाहिए ।
अध्यक्ष महासेठ ने यह भी कहा कि जनसंख्या के आधार पर निर्वाचन क्षेत्र तथा सीमाकंन सम्बन्धी २०६२।०६३ के जनआन्दोलन पश्चात् ही सवाल उठाया गया था । मधेशी जनता आन्दोलित है और सरकार मौन है, इससे राष्ट्र का ही सबसे बडी क्षति और दुर्घटना की ओर जाने का संकेत स्पष्ट होता नजर आ रहा है बतलाते हुए उन्होने कहा जितनी जल्द हो वार्ता का माध्यम से समस्या समाधान किया जाए ।
वेविगत तीन दिन से जर्मनी में श्रीमती जुली महतो महासेठ के उपचार के कर्म में है । जर्मनी से फोन द्वारा हिमालिनी प्रतिनिधि से बात करते हुए उन्होने कहा कि कुछ मिडिया भारत के साथ एमाले का सम्बन्ध बिगाडने का षडयन्त्र तहत प्रचारबाजी कर रहे है । लेकिन वास्तविकता वह नही है ।
एमाले के साथ भारत का सम्बन्ध कभी भी खराब नही रहा स्वीकार करते हुए उन्होने कहा भारत के बिहार में चुनाव होने के कारण सुरक्षा जाँच बढा दी गई है ।