राजपा नेपाल के साथ ढेर सारी चुनौतियां है : रेखा यादव
( हिमालिनी समय सन्दर्भ श्रंखला से )
रेखा यादव, काठमांडू, १ मई | लंबे अरसे से मधेशी जनता की चाहत थी कि मधेश केन्द्रित पार्टियां एक जगह हो और एक मंच से ही मधेश की मांगों को लेकर आगे बढ़े । यहां तक की चुनाव भी एक मंच से ही लड़े । इस बात को लेकर हमारी पार्टी में भी चर्चा हुई ।
रेखा यादव, काठमांडू, १ मई | लंबे अरसे से मधेशी जनता की चाहत थी कि मधेश केन्द्रित पार्टियां एक जगह हो और एक मंच से ही मधेश की मांगों को लेकर आगे बढ़े । यहां तक की चुनाव भी एक मंच से ही लड़े । इस बात को लेकर हमारी पार्टी में भी चर्चा हुई ।
इसके लिए हम लोग बहुत प्रयास भी किए और प्रयासरत हैं भी । लेकिन इससे जुड़ा एक सवाल यह है कि हर पार्टी का अपना एजेंडा होता है ? अपना विधान होता है । अभी हम लोग भी अपने ही विधान में बंधे हुए हैं । कुछ दिन पूर्व छह दलों के बीच एकीकरण हुआ है । इस एकीकरण को मैं सकारात्मक ढंग से ले रही हूं और बहतु खुश भी हूं । हमारी पार्टी में कई साथियों ने भी इस एकीकरण को सकारात्मक ढंग से लिया है ।
जहां तक सवाल है राजपा नेपाल की भावी रणनीति के सम्बन्ध में तो, मेरे ख्याल से इस एकता को लेकर कहीं–कहीं आशंका की दृष्टि से टिका–टिप्पणी की जाती है । इसलिए कि सभी की सोच एक जैसी नहीं होती है, भले ही एजेंडा एक हो सकता है, मांगें एक हो सकती हैं । दूसरा सवला यह भी है कि नेताओं में समरुपता नहीं होने की वजह से वे अपने–अपने ढंग से व्याख्या करते हैं । वैसे एकीकरण को लेकर जनता दीवाली मना रही हैं । लेकिन जनता बहुत सशंकित अवस्था में भी हैं कि राजपा नेपाल की भावी रणनीति क्या हो सकती है ? मधेशी, जनजाति, दलित, अल्पसंख्यक, महिला आदि समुदायों की मांगों को समाधान करने में सफल हो पाएगा कि नहीं । बहुत सारे मुद्दे हैं, उनके सामने । समग्रतः कहा जा सकता है कि राजपा नेपाल के साथ ढेर सारी चुनौतियां हैं । और इन सभी चुनौतियों को समाधान करते आगे बढ़ना चाहिए ।
फिलहाल हमारी पार्टी में भी खासकर मधेश के साथियों के बीच चर्चा हो रही है कि हम मधेश के एजेंड़ा को लेकर आगे बढ़े हैं, तो हम अलग क्यों है ? हमारी पार्टी और मेरी भी धारणा यही है कि हम लोग एकजुट होकर आगे बढ़े ।
(रेखा यादव, संघीय समाजवादी नेपाल की केन्द्रीय सदस्य हैं ।)