इराक की सेना ने इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आखिरी गढ़ को ढहा दिया
इराक की सेना ने इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आखिरी गढ़ को ढहा दिया। रावा शहर की यूफ्रेट्स वैली में सेना ने सुबह धावा बोला। आतंकियों को दोहरी मार पड़ रही है, क्योंकि सीरिया में भी उन पर वहां की सरकार घातक हमले लगातार कर रही है।
अमेरिकी नेतृत्व में लगातार हमले कर रही इराकी सेना का कहना है कि आइएस अब 95 फीसद इलाके को गंवा चुका है जिसे उसने 2014 में जीतने का दावा किया था। रावा में कार्रवाई से पहले सेना ने रेडियो पर सुन्नी समुदाय के लोगों संदेश देकर बताया था कि उन्हें किस तरह से लड़ाई के दौरान अपनी रक्षा करनी है। सेना ने शुक्रवार को शहर की सभी सरकारी इमारतों पर झंडा फहरा दिया।
संयुक्त कमान के जनरल अबदेलमीर याराल्लाह का कहना है कि अब लड़ाई और ज्यादा तेज होगी क्योंकि आतंकी सीरिया की तरफ भाग निकले हैं। यह शहर सीरिया के साथ लगती सीमा पर स्थित है। निगरानी न होने के चलते आतंकी सीरिया से आकर इराक में अपनी पकड़ मजबूत करने में कामयाब हुए। इराक पर शिया सरकार काबिज थी और यूफ्रेट्स वैली में सुन्नी समुदाय के लोग रहते हैं। इससे आतंकियों को अपनी जड़ें मजबूत करने में कामयाबी मिलती रही।
सूत्रों का कहना है कि जिहादी पहले एक बड़े हिस्से पर काबिज थे, लेकिन वह एक के बाद एक करके सारे इलाके गंवा बैठे। इनमें इराक का मोसुल व सीरिया का राका भी शामिल है। सीरिया सीमा पर 25 फीसद इलाका अभी तक आइएस के कब्जे में है, लेकिन उन्हें लगातार न केवल सीरिया बल्कि अमेरिकी नेतृत्व में कुर्दिश लड़ाकों से जूझना पड़ रहा है।