‘मुख्यमन्त्री राई विराटनगर से राजधानी स्थान्तरण करने की षडयन्त्र में !’
विराटनगर, १ अक्टूबर । प्रदेश नं. १ के मुख्यमन्त्री शेरधन राई के ऊपर गम्भीर आरोप लग गया है कि वह विराटनगर से प्रदेश राजधानी स्थान्तरण करने की षडयन्त्र में लगे हैं । विराटनगर में आज (सोमबार) आयोजित एक विचार–विमर्श कार्यक्रम में बोलते हुए प्रदेश सांसद् तथा मोरङ से प्रतिनिधित्व करनेवाले संघीय सांसदों ने ऐसा आरोप लगाए हैं । उन लोगों का मानना है कि मुख्यमन्त्री राई भीतर–भीतर प्रदेश राजधानी स्थान्तरण के लिए काम करने लगे हैं ।
उद्योग संगठन मोरङ और मोरङ व्यापार संघ की अगुवाई में आयोजित खबरदारी सभा को सम्बोधन करते हुए वक्ताओं ने कहा है कि प्रदेश नं. १ की स्थायी राजधानी भी विराटनगर को ही घोषित होनी चाहिए । उन लोगों को मानना है कि प्रदेश राजधानी के लिए पर्याप्त पूर्वाधार विराटनगर में मौजूद है । कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्वआपुर्ति मन्त्री एवं प्रतिनिधिसभा सदस्य शिवकुमार मण्डल ने कहा कि संघीय फलदायी होना चाहिए, सुरक्षा को बाहना बनाते हुए विराटनगर से राजधानी स्थान्तरण करना ठीक नहीं है । उन्होने आगे कहा– ‘राजधानी जैसी विषय बहुमत और अल्पमत का खेल नहीं है, यह विराटनगर की अधिकार का विषय भी है ।’
इसीतरह प्रतिनिधसभा के दूसरे सदस्य अमनलाल मोदी, नेपाली कांग्रेस के केन्द्रीय सदस्य डा. शेखर कोइराला ने भी कहा कि विराटनगर का विकल्प राजधानी के लिए दूसरा शहर नहीं हो सकता । कांग्रेस नेता कोइराला ने आगे कहा कि आर्थिक, व्यापारक, सामाजिक और सांस्कृतिक हर दृष्टिकोणले विराटनगर प्रदेश नं. १ की राधजानी बनाने के लिए उपर्युक्त है । सांसद् सावित्राकुमार रेगमी, कुलप्रसाद साम्बा और यशोदा अधिकारी, जयराम यादव ने भी कहा कि विराटनगर ही प्रदेश राजधानी होना चाहिए ।
कांग्रेस नेता केदार कार्की, अमृत अर्याल, नेकपा के केन्द्रीय सदस्य विनोद ढकाल, महेश रेग्मी, संघीय समाजवादी फोरम के जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव, राष्ट्रीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मोहम्मद कादिर आदि नेताओं ने भी राजधनी के लिए विराटनगर पर ही जोर दिया ।
