डॉ.कर्ण सिंह व्दारा राजदूत जयंत प्रसाद की उपस्थिति में लोक कीर्ति महाविहार उद्घाटन
काठमाण्डू । १ दिसम्बर । भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. कर्ण सिंह भारतीय राजदूत जयंत प्रसाद की उपस्थिति में आज लोक कीर्ति महाविहार के पुनर्निर्मित क्षेत्र का उद्घाटन किया । भारतीय सहायता से फिर से निर्माण किये जारहे यह क्षेत्र ललितपुर जिला और उसके आस – पास पडता है ।
लोक कीर्ति माहाविहार लगभग ७०० साल पुराना है । यह काठमांडू घाटी के बड़े और छोटे प्राचीन सैकड़ों बौद्ध मठों (बहा, बही और गुम्वा) में पडता है । एनआरएस की तिहत्तर लाख ने रु भारतीय सहायता से बनाया गया यह मठ मे इसका स्तर सुधार के अतिरिक्त केवल ध्यान के लिए अलग से स्थान प्रदान किया गया है । महावीरविहार में प्रशिक्षण के कर्मचारियों और शिक्षकों को सुविधाजनक रहने की सुविधा होगी ।
परियोजना शहरी विकास और भवन निर्माण विभाग द्वारा कार्यान्वित किया गया है। एनआरएस की अनुमानित लागत ३२.२६ लाख मे ललितपुर जिले के नौ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थानों पर कार्यान्वित किया जायगा। परियोजना का निर्माण इन क्षेत्रों मे लगभग पूरा हो चुका हैं और अगले साल की शुरुआत में चालू होने की संभावना हैं तथा हस्तान्तरन किया जा सकता है ।
इस परियोजना के अलावा एनआरएस व्दारा ललितपुर जिले मे ने रु ९.२२ करोड रुप्ये की सहयोग से पर चार अन्य परियोजनाओं पर काम चल रहा है । भारत ने इस जिले को नौ एंबुलेंस और पांच स्कूल बसें भी ऊपहार मे प्रदान किया है ।
नेपाल में तेजी विकास के महत्व को स्वीकार करते हुये भारत उस दिशा में हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है । भारत – नेपाल आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के अन्तर्गत ६४ अरब के लागत से ४२५ जिलो के बड़े और छोटे विकास परियोजनाओं मे काम चल रहा है ।