भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई के जयन्ती
पवन जायसवाल, नेपालगन्ज । भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फूले एवं बाबू जगदेव प्रसाद के जयन्ती के अवसर पर जनवरी ४ तारीख २०१३ शक्रवार को भारत उत्तर प्रदेश का राजधानी लखनऊ में कुशवाहा मौर्या शाक्य सैनी कल्याण एशोसिएशन के आयोजन में कवि सम्मेलन करके ध¬मधाम के साथ मनाया गया ।
कवि सम्मेलन नेपाल भारत संयुक्त्त पत्रकार मञ्च के संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार पूर्णलाल चूके के प्रमुख आतिथ्य में सम्पन्न कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि श्री चुके ने माता सावित्री वाई फूले के तस्बीर में माल्यार्पण करके कवि सम्मेलन का उद्घाटन किया और कहा हरेक काल खण्ड में हर म¬ल¬क में सावित्री बाई जैसी महामानव का जन्म हो ते हैं । ऐसी ही महा मानवका स्मृति करके वर्तमान में प्रेरणा लेना चाहिए ।
जिला बहराइच मेंहीपुर्वा के पत्रकार अनील कुशवाहा ने अपने विचारों में कहा सन् १८४८ में माता साबित्री वाई फूले ने बालिकाओं के लियें प्रथम विद्यालय स्थापना की है ।
कवि सम्मेलन एशोसिएशन के संथापक अध्यक्ष गिरीश चन्द्र कुशवाहा, विधायक एवं राष्ट्रिय उपाध्यक्ष रघुराज सिंह कुशवाहा, पूर्व विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष दीना नाथ कुशवाहा, रुपैडिहा बाजार में रहा रुपैडिहा पत्रकार संघ के अध्यक्ष शेर सिंह कशौधन, संजय वर्मा, शकील अहमद सिद्दीकी, नानपारा के पत्रकार सत्य प्रकाश गुप्ता,आदि लोंगों ने अपना अपना विचार व्यक्त्त किया ।
सम्मेलन में बिभिन्न जिले से साहित्यकारों लोगों की सहभागिता रही । उत्तर प्रदेश का बहराइच, मेंहीपुर्वा, मथुरा, आजमगढ,बनारस, श्रावस्ती, गोरखपुर, लगायत जिलों से सहभागिता रहा । नेपाल के तर्फ से नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था बाँके जिला के संयोजक माधवराम वर्मा, जनमत अर्ध साप्ताहिक पत्रिका तथा दैनिक नेपालगन्ज पत्रिका के सम्वाददाता पवन जायसवाल भी कवि सम्मेलन में सहभागी रहे थे । कार्यक्रम संचालन वरिष्ठ पत्रकार तथा डेली न्यÒज एक्टीभिष्ट दैनिक पत्रिका के रिपोर्टर डा. एम.एस. परिहार ने कवि सम्मेलन कार्यक्रम संचालन किया था ।