कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके
कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया है । अकेले चीन में तीन हजार से अधिक मौत हो चुकी है । माना जा रहा है कि अब तक इसकी कोई दवा इजाद नही हो पाई है । पडोसी देश भारत में भी इस वायरस के मरीज का मिलना चिंताजनक है । नेपाल में भी सतर्कता अपनाने की अपील सरकार द्वारा की जा रही है । आइए जाने इसके लक्षण और सुरक्षित रहने के उपाय । एक नई रिपोर्ट के अनुसार, वुहान के एक अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित १३८ लोगों का इलाज किया गया । इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को वायरस से जुड़ी कुछ अनसुलझी पहेलियों के जवाब मिले । साथ ही ये भी पता लगा कि एक वायरस पूरे अस्पताल में आखिर कैसे फैल गया ।
वुहान यूनिवर्सिटी के झोगनान अस्पताल के डॉक्टर झियोंग पेंग ने बताया कि उनकी टीम ने अब तक करीब ४०५ संक्रमित रोगियों का इलाज अपने अस्पताल में किया है । इसके लिए यहां ४० हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की मदद ली गई थी । कोरोना वायरस का अटैक होने पर शरीर पर होने लगता है ऐसा असर
क्या होते हैं शुरूआत लक्षण ?
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में शुरूआती लक्षण बेहद साधारण होते हैं । इस दौरान व्यक्ति को बुखार आता है और बहुत ज्यादा थकावट होती है । साथ ही रोगी को सूखी खांसी होती है । इसके अलावा कई लोगों में डायरिया जैसी भी शिकायतें देखने को मिली हैं ।
कैसे करें वायरस की पहचान ?
कोरोना वायरस के दौरान इंसान के गले में काफी दिक्कतें आने लगती हैं । इस वायरस के जैनेटिक मैटीरियल को पॉलीमर चेन रिएक्शन (पीसीआर) के जरिए पहचाना जा सकता है ।
चेस्ट स्कैनर
कोरोना वायरस से संक्रमित कुछ मरीजों की जब सीएटी स्कैनर से जांच हुई तो उनके फेफड़ों में कुछ स्पॉट नजर आए । मेडिकल की भाषा में इसे’ग्राउंड ग्लास’ कहा जा रहा है ।
किन्हें ज्यादा खतरा ?
कोरोना वायरस से संक्रमित केवल द्दछ फीसदी लोगों को ही आईसीयू में भर्ती किया गया है । ये लोग एक्यूट रेस्पीरेटरी डिसट्रेस सिंड्रोम का शिकार हुए हैं । इस स्थिति में फेफड़ों में एक तरह का फ्लूड भर जाता है और उसमें अ‘ाक्सीजन नहीं पहुंच पाती है । किडनी खराब होने के चलते इंसान की मौत हो जाती है । ये वायरस उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है जो पहले से ही कमजोर हैं ।
बूढ़े लोगों को ज्यादा खतरा ?
डॉक्टर्स का कहना है कि उम्रदराज लोगों के लिए यह वायरस ज्यादा खतरनाक है । उनके अस्पताल में अब तक द्दद्द से लेकर ९२ साल की उम्र तक के रोगी आए हैं, लेकिन छट साल के रोगियों की संख्या सबसे ज्यादा है ।
ये वायरस संक्रमण प्रभावित व्यक्ति के संपर्क में आने से तेजी से फैलता है । इसलिए मास्क का उपयोग करें और भीड़ भाड़ वाले स्थानों या समूह से दूरी बनाए रखें ।
दुनिया भर के तमाम चिकित्सक और वैज्ञानिक मिलकर इस वायरस का इलाज ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं हालांकि, इसे लेकर अभी तक कई रहस्य कायम है । इस वायरस की उत्पत्ति कैसे हुई, यह मानव शरीर में कैसे पहुंंचा, इन सवालों को लेकर कई विश्लेषक चीन की भूमिका को भी संदिग्ध मान रहे हैं ।
अमेरिकी सांसद टॉम कॉटन ने कोरोना वायरस के फैलने के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को जिम्मेदार ठहरा कर हर किसी को चौंका दिया था । अमेरिकी सांसद ने कहा था कि यह कोराना वायरस मानवनिर्मित जैव हथियार हो सकता है जो संभवतः चीन की ‘वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरलॉजी’ से लीक हुआ है ।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति से लेकर संक्रमण फैलने तक चीन की भूमिका कहीं ना कहीं संदिग्ध रही है । चीन ने शुरूआत में दावा किया कि कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर की फिश मार्केट से निकला है लेकिन तमाम सबूत इस दावे को नकारते हैं । चीनी अधिकारी अभी तक खुद वायरस की उत्पत्ति को लेकर आश्वस्त नहीं है जिसकी वजह से अमेरिकी सांसद कॉटन समेत कई वैज्ञानिक ऐसा संदेह जता रहे हैं ।
लोग ये भी शक जता रहे हैं कि चीन वायरस से हुई मौतों के आंकड़ों को भी छिपा रहा है । त्जभ भ्उयअज त्ष्mभक के मुताबिक, चीन के वुहान में इतनी लाशें आ रही हैं कि शवदाह गृहों में मजदूर दिन रात काम कर रहे हैं । चीन अपनी छवि खराब होने से बचाने के लिए दुनिया से सच्चाई छिपा रहा है ।
आम सर्दी जुकाम से कैसे अलग ?
साधारण सर्दी खांसी की शुरूआत गले में खराश के साथ होती है फिर नाक बहने लगती है जिससे कोल्ड हो जाता है । इनके अलावा बुखार और सिर दर्द की भी शिकायत बनी रहती है और शरीर को आराम नहीं मिलता है ।
वहीं कोरोना वायरस के फ्लू में कफ शुरू होते ही सिर और पूरे शरीर में दर्द होने लगता है और सारे लक्षण एकसाथ ही दिखने लगते हैं । गले में दर्द की वजह से आवाज बैठ जाती है । तेज बुखार आने लगता है । साधारण कोल्ड कुछ दिनों में अपने आप ठीक जाता है और एक हफ्ते में इसके सारे लक्षण दूर हो जाते हैं । वहीं कोरोना वायरस का फ्लू शरीर को बिल्कुल तोड़ देता है ।
किन लोगों में जल्दी आ जाते हैं कोरोना वायरस के लक्षण ?
हालांकि कोरोना वायरस के बारे में अभी और पता किया जाना बाकी है लेकिन बुजुर्गों में और डायबिटीज, दिल के मरीजों या पहले से बीमार लोगों में कोराना वायरस के लक्षण जल्दी आ जाते हैं ।
कोरोना वायरस कैसे फैलता है ?
कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति जब दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आता है तो ये वायरल फैल जाता है । उदाहरण के तौर पर इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या नाक बहने के दौरान उसके आसपास कोई व्यक्ति मौजूद है तो उसमें भी कोराना वायरस का संक्रमण जा सकता है ।
डब्लूएचओ से पहले लांसेट मेडिकल जर्नल भी कोरोना वायरस की जानकारी पर एक लेख प्रकाशित कर चुका है । कोरोना वायरस से संक्रमित चीन के ९९ मरीजों के बारे में लांसेट ने बताया है कि इन सभी मरीजों में सर्दी, खांसी की शिकायत के साथ निमोनिया के भी लक्षण पाए गए हैं । इन मरीजों के फेफड़ों में पानी भी भरा हुआ था । लांसेट में इस बात का भी जिक्र है कि इन सभी ९९ मरीजों में पहले से कोई न कोई बीमारी थी । इस वजह से ये सभी आसानी से इस वायरस की चपेट में आ गए ।
कोराना वायरस से बचने के लिए हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है । अपने आस–पास साफ सफाई का पूरा ख्याल रखें । खांसने के दौरान टिश्यू मुंह पर रखें और फिर उसे कवर्ड डस्टबिन में फेंक दें । समय–समय पर साबुन से हाथ धोते रहें ।