राम मन्दिर का जिर्णोद्धार अधुरा,भगवान राम शीतलहर में
कैलास दास,जनकपुर, पुस २२ । जनकपुरधाम के प्रसिद्ध मठ–मन्दिर का जिर्णोद्धार नही होने के कारण भगवान राम को बाहर शीत लहर में रखागया है ।
२ सौ ५० वर्ष पुराना प्यागोडा शैली मे बना राम मन्दिर के जिर्णोद्धार अभी तक नही हो पया है जिसके कारण भगवान राम को डोला सहित शीतलहर में रखने को बाध्य है वहाँ के पुजारी । मन्दिर का महन्थ राम गिरी ने यह जानकारी दी है ।
बृहत्तर जनकपुर क्षेत्र विकास परिषद, गुठ्ठी संस्थान जनकपुर और पुरातत्व विभाग के १ करोड २० लाख की लागत में जीणो द्धार किया गया है लेकिन मन्दिर के उपर अभी तक छत नही बनाया गया है । काम इतना ढिलासुस्ती से हो रहा है कि छत के उपर लगा लकडी काठ भी खराब होने लगा है ।
भारत तथा खाडी मुल्क से आने वाले पर्यटक यह नजरा देखकर आश्चर्य व्यक्त कर रहे है । पुरातत्व विभाग के ८० लाख, बृहत्तर के २० लाख और गुठ्ठी के २० लाख कुल एक करोड २० लाख में यह जीर्णोद्धार अभी अधुरा ही है । जिससे पहले से भी बहुत ही खराब दिखता है ।
सन्यासी चतुर्भज गिरी ने बताया कि राममन्दिर का निर्माण तथा जीर्णोद्धार तत्कालिन प्रधानमन्त्री अमरसिंह थापा ने करिब २ सौ ५० वर्ष पहले किया था । लम्बे समय तक चला यह मन्दिर अभी काठ खराब होने के कारण तथा छत टुटफुट होने कारण कभी भी गिर सकता था ऐसी हालत में यह जिर्णोद्धार काम शुरु किया गया था । परन्तु वह काम भी अधुरा है ।
राम मन्दिर के अरवों की सम्पति गुठ्ठी ने ले रखा है और इसी सम्पति से कर्मचारी पल रहा है । परन्तु भगवान राम के मन्दिर को कैसे जिर्णोद्धार किया जाए किसी को चिन्ता नही है ।