ओली का बड़ा बयान: जो करना है कर ल, गौरीबहादुर कार्की की अगुवाई में बना नकली आयोग मंजूर नहीं

काठमांडू, आश्विन 23, 2082 (9 अक्टूबर 2025) । नेपाल की मुख्य विपक्षी पार्टी नेकपा (एमाले) के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सरकार द्वारा गठित जेन–जी आन्दोलन छानबिन आयोग को सिरे से खारिज कर दिया है। ओली ने साफ कहा है कि उनकी पार्टी गौरीबहादुर कार्की की अध्यक्षता में बने इस आयोग को न मानने का निर्णय ले चुकी है।
गुन्डु में गुरुवार आयोजित एक सार्वजनिक सभा में बोलते हुए ओली ने आयोग के संयोजक कार्की की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, “जिस व्यक्ति पर खुद सवाल उठ चुके हैं, उसके नेतृत्व में बना आयोग नैतिक रूप से वैध नहीं हो सकता। यदि संयोजक में थोड़ी भी नैतिकता होती, तो वह पहले ही इस्तीफा दे देते।”
ओली ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वाकई ईमानदारी से संपत्ति जांच करनी है, तो मौजूदा मंत्रियों की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने चुनौती दी—
“मन्त्रीज्यूहरू, क्या आप अपनी संपत्ति की जांच कराने की हिम्मत रखते हैं? अगर रखते हैं तो आगे आइए। मगर सरकार केवल राजनीतिक बदला लेने के लिए आयोग बना रही है—यह स्वीकार्य नहीं है।”

पूर्व प्रधानमंत्री ओली ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार ने पहले से तय सोच के साथ आयोग बनाया है, जिसका उद्देश्य केवल ‘ओली को फँसाना, जेल भेजना और मुकदमा चलाना’ है। उन्होंने कहा कि,
“ऐसे नाटक न तो नेकपा एमाले को मंजूर हैं, न जनता को। मैं स्पष्ट कहना चाहता हूँ—यह


