राप्रपा की चुनावी घोषणापत्रः हिन्दूराष्ट्र और राजतन्त्र के प्रति प्रतिबद्ध
काठमांडू, २१ कार्तिक । कमल थापा नेतृत्व के राष्ट्रीय प्रजातन्त्र पार्टी ने चुनाव को लक्षित कर पार्टी की घोषणापत्र सार्वजनिक किया है । घोषणापत्र में राप्रपा ने राजतन्त्र और हिन्दूराष्ट्र वापस के लिए संकल्प किया है । मंगलबार ललितपुर एक कार्यक्रम आयोजित कर यह घोषणापत्र सार्वजनिक किया है । घोषणपत्र में कहा है– ‘नेपाल की भूराजनीतिक अवस्था एवं धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक परिवेश को दृष्टिगत कर चुनावी राजनीति से ऊपर आना चाहिए और सभी के सम्मान और विश्वास के लिए साझा संस्था ‘राजसंस्था’ आवश्यक है ।’
राप्रपा को मानना है कि संवैधानिक राजतन्त्र में सार्वभौमसत्ता जनता में निहित रहेगी और जनता से निर्वाचित जनप्रतिनिधि संसदीय परिधि और संविधान अन्तर्गत रहेंगे और सत्ता संचालन करेंगे । राजसंस्था तो राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक एकता के प्रतिक स्वरुप संवैधानिक रुप में रहेगा । राप्रपा ने आगे कहा है– ‘यही नेपाल के हित में रहेगा ।’ राप्रपा ने यह भी कहा है कि अब स्थापित होनेवाला राजसंस्था परिवर्तन के पक्षधर शक्ति को भी स्वीकार रहेगा, जो सहमति और सम्झौता की साझा संस्था बनेगी ।
अपने घोषणापत्र में राप्रपा ने यह भी कहा है कि दीर्घकालीन राष्ट्रीय महत्व के सभी विषयों को जनता के बीच जनमत संग्रह कर ही निर्णय किया जाएगा । अल्पसंख्यक की सुरक्षा, रोजगार की ग्यारेन्टी, राजनीति को अपराध से मुक्त, सन्तुलित विदेश नीति, आर्थिक वृद्धिके लिए जनमुखी भूमि सुधार, निजी–सार्वजनिक और जनता के प्रत्यक्ष सहभागिता में आर्थिक क्रान्ति जैसे प्रतिबद्धता भी राप्रपा ने किया है ।