जनजन मन में चेत जगाएँ (पर्यावरण गीत) : डा. घनश्याम न्यौपाने परिश्रमी
डा. घनश्याम न्यौपाने परिश्रमी
जनजन मन में चेत जगाएँ
हरित सुशोभित धरती बनाएँ
कर्म करे सत श्वेद बहाएँ
पर्यावरण का गाना गाएँ
जल से, स्थल से, सब कण–कण से
बादल से, बहता समीरण से
अशुद्धता को दूर भगाएँ
पर्यावरण का गाना गाएँ
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