केरुङ से काठमाडौं तक का रेलमार्ग चीन की प्राथमिकता में नहीं
पडाेसी देश चीन तीन सप्ताह पहले सिगात्से–केरुङ रेलमार्ग का निर्माण कार्य शुरु किया है । सिगात्से तक आए तिब्बत रेलमार्ग आगामी सात वर्ष के भीतर रसुवागढी से २४ किलोमिटर नजदीक के हिमाली उपत्यका केरुङ जोड्ने की चीन की योजना है ।
इससे पहले चीन रेलमार्ग सन् २०२० तक सिगात्से तक लाने का लक्ष्य रखा था लेकिन अब भौगोलिक विकटता का कारण दिखाते हुए समय काे आगे बढा दिया है । इस रेलमार्ग की दूरी ५४० किलोमिटर हाेगी।
पर, केरुङ से काठमाडौं तक का रेलमार्ग चीन की प्राथमिकता में नहीं है । गत सप्ताह नेपाल भ्रमण में आए चीनी विदेशमन्त्री वाङ यी इस विषय से अधिक चीन के बेल्ट एन्ड रोड इनिसियटिभ्स (बीआरआई) परियोजना पर अधिक बल दिया था । केरुङ–रसुवागढी रेलमार्ग को विषय में फिजिबिलिटी अध्ययन का काम पूरा हाेने की जानकारी रेल विभाग नेपाल के सिभिल इन्जिनियर किरण कार्की ने दी है ।
केरुङ–काठमाडौं रेलमार्ग ७२ किलोमिटर के लिए करीब ४ खर्ब रुपैयाँ खर्च हाेने का अनुमान है । इतने अधिक निवेश के लिए भी विषय असमंजस में है ।
राजधानी दैनिक से