Tue. May 14th, 2024

अफगानिस्तान में हत्या के आरोपी व्यक्ति को स्पोर्टस स्टेडियम में सरेआम मौत की सजा



तालिबान के अफगानिस्तान में कब्जे के बाद से सरेआम सजा देने का चलन वापस लौटा है। 24 नवंबर को तालिबान ने फुटबॉल स्टेडियम में हजारों की भीड़ के सामने 12 लोगों को नैतिक अपराधों का आरोपी बताकर पीटा था। इन 12 लोगों में 3 महिलाएं भी शामिल थीं। तालिबानी अधिकारी के मुताबिक इन लोगों पर चोरी, एडल्टरी और गे सेक्स के आरोप लगे थे। नवंबर के महीने में ऐसा दूसरी बार हुआ था जब तालिबान ने किसी अपराध के चलते लोगों को सार्वजनिक जगह पर सजा दी हो।

अफगानिस्तान के फाराह प्रोविंस में बुधवार को हत्या के आरोपी व्यक्ति को सरेआम मौत की सजा दे दी गई। तालिबान के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि हत्या के गुनहगार को स्पोर्टस स्टेडियम में हजारों लोगों की भीड़ के सामने मारा गया है। तालिबान के दोबारा अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद सरेआम मौत की सजा देने का यह पहला मामला है।

‌BBC की रिपोर्ट के मुताबिक हत्या के आरोपी व्यक्ति पर लोगों से खचाखच भरे स्टेडियम में मृतक व्यक्ति के पिता ने तीन बार एसॉल्ट राइफल से गोली चलाई और उसे मार दिया। सरेआम पब्लिक में दी गई इस सजा को देखने के लिए तालिबान के कई नेता मौजूद रहे। तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्ला मुजाहिद ने बताया कि मौत की सजा को देखने के लिए सुप्रीम कोर्ट के जज, मिलिट्री के अफसर और कई सीनियर मंत्री भी आए थे।

पांच साल पहले किया था गुनाह

जिस घटना को लेकर हेरात प्रोविंस के व्यक्ति को तालिबान ने मौत की सजा दी वह पांच साल पहले हुई थी। इसमें तजमीर नाम के एक व्यक्ति ने फाराह प्रोविंस के एक व्यक्ति की हत्या कर उसकी मोटरसाइकिल और उसका फोन चुरा लिया था। मृतक के परिवार वालों ने आरोपी के खिलाफ शिकायत की, जिसके बाद तालिबान ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।



About Author

यह भी पढें   ‘एमाले तथा माओवादी के समर्थन वापस लेने से मधेश की सरकार नहीं गिरेगी’
आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Loading...
%d bloggers like this: