मधेश में होलिका के रुपमे नेपाली शासन सत्ता का दहन किया गया
हिमालीनि डेस्क, २९ फागुण, काठमाण्डौ | हिन्दु धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार असत्य पर सत्य की विजय प्राप्ति को लेकर रंग और गुलाल से होली पर्व मनाया जाता है । वरदान प्राप्ति के बावजुद अधर्म के कारण होलिका नाम की राक्षसनी अग्नि मे जलकर भष्म हो गई । ईसी दिन को यादकर फागुण पूर्णिमा के पूर्व संध्या को होलिका दहन कर रंग और गुलाल के साथ शुभकामना आदान प्रदान कर पूर्णिमा को होली मनाई जाती है |
स्वतन्त्र मधेस गठबन्धनके कार्यकर्ता द्वारा ईसबार होलिका के रुपमें नेपाली शासन सत्ता को मधेस के हर गाँव मे जलाया गया है | गठबन्धन के कार्यकर्ता आजादी का संदेश लेकर मधेसीयों के घर-घर पहुँचे और उनसे ऐक लकडी का टुकडा माँगकर उक्त कार्यक्रम को सम्पन्न किया । मधेसी जनता की सक्रिय सहभागिता में गठबन्धन ने ‘नेपाली उपनिवेश अन्त हो नारों के साथ ईसवार होलिका के रुपमे नेपाली शासन सत्ता की बुराईयों का दहन किया ।