गढिमाई मेला में विधिवत बलिप्रथा शुरु
४ दिसम्बर, काठमांडू । विश्व में ही सबसे अधिक बलि देने वाला स्थान नेपाल के बारा जिला का गढिमाई नगरपालिका के बरियारपुर में अवस्थित ऐतिहासिक, धार्मिक तथा प्राचीन गढिमाई मन्दिर है । जहां मंगलवार अग्रहण १७ गते सप्तमी तिथि से बलि प्रथा का शुरुआत हो चुका है ।
मन्दिर के ग्यारहवें पुस्ता का पुजारी मंगल चौधरी ने बताया कि बारा के सिमरा गांव से आये हुये दुखा धामी द्वारा अपने जिभ, आंख के नीचला पलक, बाजु तथा जांघ से पांच बूंद खून चढाने के बाद विधिवत रुप में मंगलवार से बलिप्रथा शुरु हो गया है ।
पञ्चबलि के रुप में देने वाला दुर्लभ माना गया सफेद जंगली चुहा जो सहज ही उसी क्षेत्र में मिल जाता है । साथ ही मेला के समय में अपने आप से बत्ती जलना, बलि के खून तथा मांस में मक्खी का न लगाना और बलि का मांस खाने से किसी भी प्रकार का रोग नहीं लगना यह सब इस मेला का मुख्य विशेषता है ।
नेपाल के ऐतिहासिक सांस्कृतिक तथा पुरातात्विक दृष्टिकोण से गढिमाई मेला महत्वपूर्ण माना गया है । यह मेला प्रत्येक पांच वर्ष के अन्तराल में लगता है । इस मेला में गढिमाई मन्दिर को केन्द्र मानकर निर्धारित सिमाना के अन्दर कहीं भी बलि देने की परम्परा है ।