दार्जिलिंग हिंसा : लोगों को भड़काते दिखे गुरुंग!
गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा(जीजेएम) के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने रविवार की सुबह से ही लोगों से दार्जिलिंग के मशहूर चौक बाजार पहुंचने की अपील की थी, ताकि वो प्रदर्शन में शामिल हो सके। जबकि इस पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है। गुरुंग की अपील पर सुबह 11.20 बजे से शांति मार्च शुरु हो गया। उससे पहले काफी संख्या में लोग चौक बाजार पहुंचे।
गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा(जीजेएम) ने ये दार्जिलिंग बंद होने के सातवें दिन ये विरोध प्रदर्शन शनिवार को अपने 3 कार्यकर्ताओं के मारे जाने के विरोध में बुलाया है। जीजेएम के 3 काडर शनिवार को पुलिस के साथ झड़प में मारे गए थे, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों का ये नया दौर कुछ समय से बंगाली भाषा को लादे जाने के विरोध में हो रहा है। दरअसल, ममता बनर्जी की अगुवाई में पश्चिम बंगाल सरकार ने बंगाली को पश्चिम बंगाल के सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य बना दिया था। जिसके बाद बंगाली लादे जाने के विरोध में गोरखालैंड के अर्ध-स्वायत्तशाषी इलाकों में हिंसा फैल गई। मौजूदा समय में दार्जिलिंग में सुरक्षा बलों के साथ ही आर्मी की भी तैनाती की गई है।